चार माह में सौ फीट, तो 35 दिनों में कैसे बनेगा 2100 फीट नाला
मुजफ्फरपुर: पीडब्ल्यूडी व ठेकेदार के बीच भुगतान को लेकर चल रहे विवाद के कारण मालगोदाम इमलीचट्टी से स्टेशन रोड के नाला निर्माण का काम चार माह से लंबित है. करीब 2200 फीट में आरसीसी नाला का निर्माण करना है. पटना हाइकोर्ट के आदेश के बाद ठेकेदार ने 28 नवंबर को निर्माण कार्य शुरू किया. एक […]
मुजफ्फरपुर: पीडब्ल्यूडी व ठेकेदार के बीच भुगतान को लेकर चल रहे विवाद के कारण मालगोदाम इमलीचट्टी से स्टेशन रोड के नाला निर्माण का काम चार माह से लंबित है. करीब 2200 फीट में आरसीसी नाला का निर्माण करना है. पटना हाइकोर्ट के आदेश के बाद ठेकेदार ने 28 नवंबर को निर्माण कार्य शुरू किया.
एक पखवारा तक तेजी से निर्माण किया गया, लेकिन छह साल पुराना टेंडर होने के कारण पीडब्ल्यूडी टू एवं निर्माणकर्ता एजेंसी के बीच नये रेट पर भुगतान का पेच फंस गया है. इसके बाद ठेकेदार ने नाले के लिए गड्ढा खोदने के बाद काम बंद कर दिया है. निर्माण शुरू हुए चार माह होने को है, लेकिन अबतक 100 फीट नाला का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका है. जबकि, हाइकोर्ट ने निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 30 अप्रैल तक डेडलाइन दिया है. ठेकेदार चंद्रभूषण सिंह का दावा है कि हाइकोर्ट की ओर से जो समय-सीमा निर्धारित है, उसके अंदर ही काम पूरा कर लिया जायेगा. भुगतान की प्रक्रिया प्रोसेस में है.
न्यायिक मजिस्ट्रेट कॉलोनी का गेट बंद . कलेक्ट्रेट, कोर्ट एवं मजिस्ट्रेट कॉलोनी शहर का वीआइपी एरिया माना जाता है, लेकिन जब आप इस इलाके का भ्रमण करेंगे, तो आपको ऐसा कुछ खास नहीं दिखेगा. मजिस्ट्रेट कॉलोनी नगर निगम भवन के ठीक पीछे है. इसका मुख्य रास्ता स्टेशन रोड ही है, लेकिन चार माह से नाला निर्माण के कारण मजिस्ट्रेट कॉलोनी में प्रवेश का रास्ता बंद है. गेट पर एक से दो फीट नाले का पानी जमा है. निर्माण सामग्री भी गेट के समीप ही रखा है. इतना ही नहीं, अधूरे निर्माण कार्य से स्टेशन रोड के आसपास के दुकानदारों का व्यवसाय भी चौपट है. फिर भी प्रशासन की ओर से इसका कोई हल नहीं निकाला जा रहा है.