मुजफ्फरपुर: बेलगाम हो चुके ऑटो के रूट व किराया निर्धारण को लेकर अबतक कई बार बैठकें हो चुकी हैं. ऑटो को नियंत्रित करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त की ओर से दिशा निर्देश जारी किये गये हैं. लेकिन अबतक इस पर अमल नहीं किया गया है. आला अधिकारियों के आदेश की जमकर अवहेलना हो रही है.
ऑटो चालक की मनमानी का खामियाजा आम लोगों को प्रतिदिन भुगतना पड़ रहा है. वहीं शहर में अधिकांश सड़कों से ऑटो परिचालन के कारण जाम की स्थिति रहती है. फिलहाल ऑटो के रूट निर्धारण के निर्णय को अमली जामा पहनाने का काम ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है. विगत छह महीने से ऑटो परिचालन को लेकर माथा-पच्ची चल रहा है. लेकिन नतीजा अबतक सिफर ही रहा है. निर्णय के नहीं लागू होने में ऑटो संघ की मनमानी की बात भी सामने आ रही है.
ऑटो चालक अपने नफा-नुकसान के अनुसार रूट का निर्धारण कराना चाहते हैं.
इसके लिए वह प्रशासन पर दबाव भी डालते हैं. कई बार ऑटो संघ की ओर से दबाव बनाने के लिए चक्का जाम तक की चेतावनी दी गयी. बताते चलें कि ऑटो के ऊपर लगाम लगाने को लेकर 10 जनवरी, 4 फरवरी को आरटीए की बैठक प्रमंडलीय आयुक्त ने की. वहीं 11 फरवरी को प्रमंडलीय आयुक्त ने इस समस्या को लेकर अपने आवास पर बैठक कर चुके है.
ये निर्णय लिये गये थे
शहरी क्षेत्र में दस साल पुराने ऑटो व कॉमर्शियल वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध
रामदयालु, भगवानपुर, जीरोमाइल में नहीं रुकेगी बस
शहरी क्षेत्र के ऑटो पर लाल व ग्रामीण क्षेत्र में हरा स्टीकर लगा होगा
शहर में रूट वाइज ऑटो की संख्या का होगा निर्धारण
ऑटो स्टैंड व ऑटो में किराया पोस्टर लगाना था
शहर में ऑटो का स्टॉपेज निर्धारण करना था
शहर में ऑटो के दस रूट में 1600 ऑटो के परिचालन का निर्धारण हुआ था
भीड़भाड़ वाले इलाके में ऑटो परिचालन पर पूर्ण प्रतिबंध
पक्की सराय से जीरोमाइल तथा सरैयागंज से गोला रोड में ऑटो परिचालन बंद
दस साल पुराने ऑटो का परिचालन ग्रामीण क्षेत्र में होगा
शहर में लाल व ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाले ऑटो पर हरा स्टीकर लगना था
शहर व ग्रामीण क्षेत्र के लिए ऑटो का अलग-अलग परमिट निर्गत होगा
एक मार्च से सभी ऑटो चालकों को वर्दी व बैच लगाना था