एइएस से लड़ाई में तैनात होंगे 1500 आयुष चिकित्सक
मुजफ्फरपुर: एइएस के इलाज के लिए मुजफ्फरपुर सहित पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी व शिवहर में 1500 आयुष चिकित्सक प्रतिनियुक्त किये जायेंगे. सरकार 15 अप्रैल के बाद इन जिलों में आयुष चिकित्सकों को भेजेगी. इसके लिए चारों जिले के सिविल सजर्न से पीएचसी व एपीएचसी की सूची व उपलब्ध डॉक्टरों की संख्या मांगी गयी है. एइएस से […]
मुजफ्फरपुर: एइएस के इलाज के लिए मुजफ्फरपुर सहित पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी व शिवहर में 1500 आयुष चिकित्सक प्रतिनियुक्त किये जायेंगे. सरकार 15 अप्रैल के बाद इन जिलों में आयुष चिकित्सकों को भेजेगी. इसके लिए चारों जिले के सिविल सजर्न से पीएचसी व एपीएचसी की सूची व उपलब्ध डॉक्टरों की संख्या मांगी गयी है.
एइएस से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए पहली बार सरकार ने यह व्यवस्था की है. बीमार बच्चे के आने पर आयुष बच्चों का ब्लड शूगर टेस्ट कर ग्लूकोज चढ़ाने का निर्णय लेंगे. जिन बच्चों का ब्लड शूगर लेबल 55 एमजी से कम होगा, उन बच्चों को एएनएम ग्लूकोज चढ़ायेगी. उसके बाद एमबीबीएस डॉक्टर बच्चों की चिकित्सा करेंगे. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र ने आयुष चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त करने की स्वीकृति दी है. इसके अलावा जिलों की मांग पर एमएमबीएस डॉक्टर भी उपलब्ध कराया जायेगा. फिलहाल जिलों से पीएचसी व एपीएचसी का ब्योरा मांगा गया है.
पिछले वर्ष इलाज के लिए आये थे 62 बच्चे
पिछले वर्ष विभिन्न जिलों से इलाज के लिए मुजफ्फरपुर में 62 बच्चों को लाया गया था. इसमें इलाज के दौरान 35 बच्चों की मृत्यु हो गयी थी. इस बार सरकार ऐसी व्यवस्था कर रही है, जिससे बीमार बच्चों का त्वरित इलाज हो सके. इसके लिए सभी जिला अस्पतालों को स्पष्ट निर्देश है कि वे बच्चों को रेफर नहीं करें, बल्कि उनका इलाज अस्पताल व पीएचसी में ही करे.
जिले के लिए 70 एमबीबीएस चिकित्सकों की मांग की गयी है. आयुष डॉक्टर देने की बात भी कही गयी है. इससे इलाज में सुविधा होगी. पीएचसी सहित एपीएचसी में इन डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति होगी. स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव मनोज कुमार के साथ हुई वार्ता में उन्हें पीएचसी व एपीएचसी में डॉक्टरों की जरूरतों से अवगत करा दिया गया है.
डॉ ज्ञान भूषण, सिविल सजर्न
डॉ ज्ञान भूषण, सिविल सजर्न
अन्य जिलों में प्रतिनियुक्त डॉक्टर करेंगे इलाज
एइएस से प्रभावित जिलों में बीमार बच्चों का इलाज प्रतिनियुक्त डॉक्टर करेंगे. जिला अस्पताल सहित पीएचसी व एपीएचसी में आयुष व एमबीबीएस डॉक्टरों को भेजा जायेगा. एइएस से विशेष रूप से प्रभावित चार जिलों में इलाज की व्यवस्था की जा रही है. इन जिलों में भी डॉक्टरों को प्रतिनियुक्त करने की स्वीकृति मिली है. पिछले वर्ष तक उन जिलों के बच्चों को एसकेएमसीएच या केजरीवाल अस्पताल रेफर कर दिया जाता था. इससे इन अस्पतालों में बीमार बच्चों की संख्या काफी हो जाती थी. मरीजों की भीड़ बढ़ने के कारण बच्चों के इलाज के लिए संसाधन कम पड़ जाते थे.