बाबू कोन पाप लागत जे बच्चा के भेजलौं..
बेनीपुर . बाबू कोन पाप लागत जो आई बच्चों के केंद्र पर जाय देलौं. उक्त बातें केंद्र भवन के गिरने से चोटिल हुए अपने पोते को अनुमंडल अस्पताल में देखने आयी वृद्धा विमला देवी ने विलाप करते हुए कही. उन्होंने सेविका पर जर्जर भवन में मनमाने ढंग से केंद्र चलाने का आरोप लगाते हुए कहा […]
बेनीपुर . बाबू कोन पाप लागत जो आई बच्चों के केंद्र पर जाय देलौं. उक्त बातें केंद्र भवन के गिरने से चोटिल हुए अपने पोते को अनुमंडल अस्पताल में देखने आयी वृद्धा विमला देवी ने विलाप करते हुए कही. उन्होंने सेविका पर जर्जर भवन में मनमाने ढंग से केंद्र चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब कभी अपने बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्र पर नहीं भेजेंगे. भगवान की कृपा से आज मेरा बच्चा बचा, नहीं तो आज क्या होता…? उक्त घटना से आक्रोशित क्षेत्र के लोगों में विभिन्न प्रकार की चर्चा होने लगी है. लोग स्थानीय प्रशासन को इसके लिए जिम्मेवार बताते हुए कहने लगे हैं कि अधिकारियों की उदासीनता के कारण सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद सेविका-सहायिका अपने इच्छानुसार अपने-अपने दरवाजे पर सगे-संबंधी के नाम पर भाड़े के भवन विभाग को दिखा केंद्र चला रहे हैं. क्षेत्र में बने कई सरकारी भवन रंगकर विभागीय अधिकारियों का मुंह चिढ़ा रहे हैं. किसी भवन में प्राथमिक विद्यालय चल रहा है तो कई भवन का उपयोग स्थानीय लोग अपने निजी उपयोग कर रहे हैं. वैसे जिस केंद्र पर आज उक्त हादसा हुआ उसे अपना भवन नहीं है. सीडीपीओ ममता रानी ने कहा कि जिस केंद्र का भवन गिरा है, उसके लिए पूर्व में भूमि उपलब्ध करा दिया गया है. पर भवन नहीं बना है और पूर्व से बने वैसे भवन जिसमें केंद्र नहीं शिफ्ट हुआ है, शीघ्र कर दिया जायेगा.