क्या कहते है शहरवासी …. कचरा उठाव निगम जोड़

मनोज कुमार अग्रवाल (कपड़ा व्यवसायी) : शहर की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा है. आइएएस नगर आयुक्त से काफी उम्मीदें है. कार्यभार संभालने के कुछ दिनों तक तो शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार दिखी, लेकिन अब पुराने ढर्रा पर ही सफाई व कचरा उठाने का सिस्टम चालू हो गया है. सुमित कुमार : […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2015 10:03 PM

मनोज कुमार अग्रवाल (कपड़ा व्यवसायी) : शहर की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा है. आइएएस नगर आयुक्त से काफी उम्मीदें है. कार्यभार संभालने के कुछ दिनों तक तो शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार दिखी, लेकिन अब पुराने ढर्रा पर ही सफाई व कचरा उठाने का सिस्टम चालू हो गया है. सुमित कुमार : शहर के जो भी प्रमुख मार्ग हैं, वहां सड़क पर ही कचरा लगा रहता है. कचरा उठाने का कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. कभी सुबह में तो कभी दोपहर बाद कचरा उठाया जाता है. इससे आम लोगों को काफी परेशानी होती है. नीरज कुमार : शहर की साफ-सफाई व नाला उड़ाही का स्थिति बहुत खराब है. एक सप्ताह पहले हल्की बारिश हुई थी. इसमें शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर पानी लग गया था. अब सवाल है कि जब नाला उड़ाही व साफ-सफाई नियमित है. फिर पानी कैसे सड़क पर जमा है. मो बदीउज्जमा : नगर निगम लोगों से टैक्स वसूलने में लगा है, लेकिन सुविधा देने के नाम पर अब तक सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है. शहर में निगम की कहीं कोई सुविधा नजर नहीं आती है. एक भी शौचालय नहीं है जहां बाजार करने आने वाली महिलाएं जा सकती हैं. साफ-सफाई को तो कुछ कहना ही नहीं है.

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