सदर अस्पताल में क्लर्क कर रहा था सोनोग्राफी
मुजफ्फरपुर : निजी नहीं, सरकारी कार्यालयों में अंधेर नगरी वाली हालत है. सदर अस्पताल में आउट सोर्सिग से आइजी मेडिकल सिस्टम के तहत मरीजों की सोनोग्रॉफी होती है. यहां पर जांच के लिए डॉ बी भट्ट की ड्यूटी है, लेकिन वो कभी-कभी ही आते हैं. ऐसे में जांच के लिए जो मरीज आते हैं, उनका […]
मुजफ्फरपुर : निजी नहीं, सरकारी कार्यालयों में अंधेर नगरी वाली हालत है. सदर अस्पताल में आउट सोर्सिग से आइजी मेडिकल सिस्टम के तहत मरीजों की सोनोग्रॉफी होती है.
यहां पर जांच के लिए डॉ बी भट्ट की ड्यूटी है, लेकिन वो कभी-कभी ही आते हैं. ऐसे में जांच के लिए जो मरीज आते हैं, उनका पुरजा काटने के बाद क्लर्क धनंजय कुमार ही जांच भी कर देता है. शुक्रवार को धनंजय कुमार जांच कर रहा था. सेंटर पर बड़ी संख्या में मरीज मौजूद थे. इसी बीच प्रभात खबर की टीम मौके पर पहुंची, तो क्लर्क धनंजय कुमार फरार हो गया.
उसको रोक कर बात करने की कोशिश की गयी, तो वह भागने लगा. इस दौरान वो मरीजों के कह रहा था कि आप लोग वापस जाइये, जांच अभी नहीं होगी. धनंजय कुमार किस तरह से जांच कर रहा था. इसका सबूत भी मौके पर ही मिल गया.
जांच कर गलत दी थी रिपोर्ट
धनंजय ने बुधवार को रूपा सिंह नाम के मरीज की जांच की थी. जां में उसने बताया था कि रूपा के गर्भ में जो शिशु पल रहा है, उसकी उम्र 33 सप्ताह और वजह 2015 ग्राम है. इस पर रूपा को शक हुआ, तो उन्होंने बैंक रोड के जांच घर में भी जांच करायी. इस दौरान जो रिपोर्ट आयी, उसके मुताबिक बच्चे की उम्र 37 सप्ताह और वजन 3442 ग्राम था. रिपोर्ट में अंतर देख कर रूपा परेशान हो गयी. वो सदर अस्पताल में शिकायत के लिए पहुंची थी, लेकिन मौके से क्लर्क धनंजय भाग गया. रूपा ने कहा कि वो अब कभी यहां पर इलाज के लिए नहीं आयेगी.