मन को केंद्रित करने के लिए लगाया ध्यान

– रामाश्रय सत्संग की ओर से आयोजित आध्यात्मिक सत्संग में रही भीड़- दूसरे दिन भी लोगों ने किया ध्यान, टुंडला व लखनऊ से आये संतों ने कराया अभ्यासवरीय संवादाता, मुजफ्फरपुर. रामाश्रय सत्संग मथुरा की ओर से शहीद खुदीराम बोस मैदान में चल रहे आध्यात्मिक सत्संग के दूसरे दिन भी लोगों ने ध्यान केंद्रित करने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2015 10:04 PM

– रामाश्रय सत्संग की ओर से आयोजित आध्यात्मिक सत्संग में रही भीड़- दूसरे दिन भी लोगों ने किया ध्यान, टुंडला व लखनऊ से आये संतों ने कराया अभ्यासवरीय संवादाता, मुजफ्फरपुर. रामाश्रय सत्संग मथुरा की ओर से शहीद खुदीराम बोस मैदान में चल रहे आध्यात्मिक सत्संग के दूसरे दिन भी लोगों ने ध्यान केंद्रित करने का अभ्यास किया. उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों से आये सैकड़ों लोगों ने सुबह व शाम के सत्र में धारणा, ध्यान व समाधि के लिए योग मुद्रा में बैठे. टुंडला से आये संत प्रभु दयाल शर्मा ने लोगों को ध्यान केंद्रित करने का उपाय बताया. उन्होंने कहा कि जब तक हम अपने मन को केंद्रित नहीं करेंगे, साधना की अवस्था में नहीं आ सकते. उन्होंने कहा कि मन को रोकने के लिए कई क्रियाएं करनी पड़ती है. सबसे पहले हमें मन को संकल्पित करना होगा. इसके लिए शुद्ध मन से बिल्कुल एकाग्र होकर बैठे. मन के विचारों के साथ नहीं बहे. बल्कि विचारों को निकलने दे. मन को एक जगह स्थिर छोड़े. लखनऊ से आये संत आरडी सिंह ने कहा कि भौतिक ज्ञान व संपदा से जीवन को आनंद नहीं मिलता. जीवन को शांतिमय बनाने के लिए हमें आत्मज्ञान प्राप्त करना जरूरी है. यह आत्मज्ञानी व्यक्ति के संपर्क में रह कर ही मिल सकता है. मौके पर कार्यक्रम के आयोजन में इ.श्याम चंद्र सिन्हा, अखिलेश्वर कुमार सिंह, वशिष्ठ नारायण सिन्हा सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं की भागीदारी रही. आयोजन में गुरु डॉ चतुर्भुज सहाय व अन्य महापुरुषों की ओर से लिखी गयी पुस्तकों के स्टॉल पर भी लोगों की भीड़ लगी रही.

Next Article

Exit mobile version