बना पंजीयन परीक्षा फॉर्म भरने पर रोक

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि प्रशासन ने परीक्षा प्रणाली को दुरुस्त करने की दिशा में ठोस पहल शुरू कर दी है. इससे वैसे कॉलेजों पर नकेल कसेगा, जिसके पदाधिकारी व कर्मचारी छात्रों को आगे रख कर नामांकन के खेल से लेकर परीक्षाफल के प्रकाशन तक गोरखधंधा में लिप्त रहते हैं. ऐसे धंधे में शामिल लोगों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2015 8:38 AM
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि प्रशासन ने परीक्षा प्रणाली को दुरुस्त करने की दिशा में ठोस पहल शुरू कर दी है. इससे वैसे कॉलेजों पर नकेल कसेगा, जिसके पदाधिकारी व कर्मचारी छात्रों को आगे रख कर नामांकन के खेल से लेकर परीक्षाफल के प्रकाशन तक गोरखधंधा में लिप्त रहते हैं.

ऐसे धंधे में शामिल लोगों की कलई खुल जाने के बाद कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने कठोर कदम उठाते हुए बिना पंजीयन के परीक्षा फॉर्म भरने पर ही रोक लगा दिया है. इससे खलबली मची हुई है.

बताया जाता है कि इस खेल में परीक्षा विभाग का पंजीयन संभाग और प्रवेश पत्र संभाग की सीधे-सीधे मिली भगत रहती है.
पंजीयन शुल्क जमा करने के नाम पर कॉलेज प्रशासन अग्रिम राशि जमा करा देते हैं. जब वक्त आता है तो उसका हवाला देकर एवं कर्मचारियों से मिली भगत कर उन छात्रों का पंजीयन भी कर लेते हैं जिनसे वे अंत समय में मुंहमांगा शुल्क वसूले होते हैं. कई बार पंजीयन संभाग द्वारा पंजीयन नहीं करने पर वे प्रवेश पत्र संभाग के कर्मियों को विश्वास में लेकर उनसे प्रवेश पत्र निर्गत करा लेने में सफल हो जाते हैं. इन तमाम पहलुओं को गहराई से समझने के बाद कुलपति ने इस पर रोक लगाने के लिए एक ओर जहां परीक्षा नियंत्रक को आवश्यक निर्देश दिया है. वहीं दूसरी ओर औपबंधिक प्रवेश पत्र निर्गत करने के प्रावधान को ही खत्म कर दिया है.

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