इसके एवज में शिक्षकों को ऐच्छिक अवकाश लेने की सुविधा मिलेगी. हालांकि इसके लिए पहले एकेडमिक कौंसिल, सिंडिकेट व राजभवन से मंजूरी ली जायेगी. 2014 की स्नातक पार्ट वन व टू का रिजल्ट रुका हुआ है. ऐसे में बोर्ड ने फैसला लिया है कि पार्ट टू व पार्ट थ्री की कक्षाएं छात्र-छात्राओं की पिछली कक्षा के आधार पर औपबंधिक नामांकन लेकर शुरू की जाये.
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बीआरए बिहार विवि: सिलेबस पूरा करने को गरमी की छुट्टी में स्पेशल क्लास
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में सत्र नियमित करने की कवायद शुरू हो गयी है. इसके तहत जल्द ही सभी कॉलेजों व पीजी विभागों में कक्षाएं चलेंगी. बुधवार को कुलपति डॉ पंडित पलांडे की अध्यक्षता वाली परीक्षा बोर्ड ने सभी कॉलेजों के प्राचार्यो को स्नातक व पीजी एवं पीजी विभागाध्यक्षों को पीजी के चारों सेमेस्टर की […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में सत्र नियमित करने की कवायद शुरू हो गयी है. इसके तहत जल्द ही सभी कॉलेजों व पीजी विभागों में कक्षाएं चलेंगी. बुधवार को कुलपति डॉ पंडित पलांडे की अध्यक्षता वाली परीक्षा बोर्ड ने सभी कॉलेजों के प्राचार्यो को स्नातक व पीजी एवं पीजी विभागाध्यक्षों को पीजी के चारों सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू करने का निर्देश देने का फैसला लिया है. सिलेबस नहीं पूरा होने की स्थिति में गरमी की छुट्टियों में भी स्पेशल कक्षाएं ली जायेगी.
प्रभात खबर ने पिछले दिनों एकेडमिक सत्र में देरी व स्नातक एवं पीजी में कक्षाएं संचालित नहीं होने का मामला उठाया था. इससे संबंधित खबरें लगातार प्रकाशित की थीं. इसके बाद विवि प्रशासन हरकत में आया है. नैक मूल्यांकन के लिए भी इसे अहम माना जा रहा है.
सिलेबस छोटा करने व मॉडल प्रश्न पत्र पर सहमति नहीं
बैठक में सत्र को नियमित करने के लिए सिलेबस छोटा करने व हर कॉलेज व पीजी विभागों को मॉडल प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी रखा गया. हालांकि अधिकांश सदस्यों ने इसे अस्वीकार कर दिया. उनका तर्क था कि स्नातक व पीजी का सिलेबस कोई खास बड़ा नहीं है. नियमित कक्षा संचालित होने व स्पेशल कक्षा के माध्यम से इसे आसानी से पूरा किया जा सकता है. सदस्यों ने मॉडल प्रश्न पत्र विवि की ओर से दिये जाने पर धांधली बढ़ने की आशंका भी जतायी. इसके बाद इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया. परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार ने बताया कि वर्ष 2015 की स्नातक व पीजी की परीक्षाएं जून के आखिरी सप्ताह तक शुरू कर दी जायेगी.
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