मुजफ्फरपुर : नवरुणा कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआइ की पांच सदस्यीय टीम दो दिनों से शहर में घूम रही है. शहरी क्षेत्र के अलग-अलग थानों से सीबीआइ की टीम ने संपर्क कर छह नामों का सत्यापन करने में जुटी है. केस के प्रभार ग्रहण करने के बाद नये आइओ रौनक कुमार लगातार शहर में ही बने हुए है. नये सिरे से पूरे मामले की छानबीन में जुटे है.
पहुंचे थे एसपी
कन्हाई पटेल हत्याकांड में सीबीआइ को कुछ सुराग हाथ लगा है. उस कांड में शहर के कई सफेदपोशों की भूमिका सामने आयी है. जांच के दौरान कई नाम आये है, जिनकी सूची बना कर सीबीआइ उनका इतिहास खंगाल रही है. दस दिन पूर्व एसपी राजीव रंजन भी शहर पहुंचे थे. उन्होंने एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र से मिल कर कई बिंदुओं पर चर्चा की थी.
जांच की कोई जानकारी नहीं
चौदह माह की जांच में क्या हुआ, उन्हें कोई जानकारी नहीं है. अतुल्य के घर पहुंचे आइओ ने उन्हें बताया कि केस का अनुसंधान जारी है. जांच के दौरान कई बातें आयी है. घटना में शामिल लोगों को चिह्नित भी कर लिया गया है, लेकिन उनके खिलाफ ठोस सबूत नहीं है. सीबीआइ उनके खिलाफ सबूत एकत्रितकर रही है. जैसे ही सबूत मिलेगा, कोर्ट में वारंट के लिए आवेदन दिया जायेगा, उसके बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी होगी.
अतुल्य के साथ डेढ़ घंटे रहे
सीबीआइ की पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार की दोपहर डेढ़ बजे के आसपास अतुल्य चक्रवर्ती के घर पहुंची. लगभग डेढ़ घंटे तक रहने के बाद टीम के सदस्य लौट गये. बताया जाता है कि गुरुवार को अतुल्य ने आइओ रौनक कुमार को फोन कर नाराजगी जतायी थी कि चौदह माह से केस की जांच सीबीआइ कर रही है. उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. पूर्व के आइओ आरपी पांडेय हर बार जल्द खुलासे की बात बोलते थे. उनके वीआरएस लेने के बाद जांच फिर से शुरू हो गया है.