टैंकर चोरी का आरोपित कोर्ट से हथकड़ी सरका फरार

मुजफ्फरपुर: कोर्ट परिसर से विचाराधीन कैदी टुन्ना कुमार सिंह उर्फ राजू पेशी के दौरान फरार हो गया. सदर थाना के टैंकर लूट कांड में उसकी पेशी थी. उसे कोर्ट हाजत से हवलदार मो. कमालुद्दीन ने पेशी के लिए सीजेएम कोर्ट लाया था. हवलदार मो. कमालुद्दीन ने नगर थाना में फरार कैदी टुन्ना कुमार सिंह के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2015 7:10 AM
मुजफ्फरपुर: कोर्ट परिसर से विचाराधीन कैदी टुन्ना कुमार सिंह उर्फ राजू पेशी के दौरान फरार हो गया. सदर थाना के टैंकर लूट कांड में उसकी पेशी थी. उसे कोर्ट हाजत से हवलदार मो. कमालुद्दीन ने पेशी के लिए सीजेएम कोर्ट लाया था. हवलदार मो. कमालुद्दीन ने नगर थाना में फरार कैदी टुन्ना कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस कैदी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है.
फरार कैदी टुन्ना कुमार सिंह कथैया थाना के पारसपुर मुशहरी गांव के सुनील कुमार सिंह का पुत्र है. बेगूसराय कपसिया निवासी उमेश कुमार सिंह ने उसके विरुद्ध 12 फरवरी 2013 को सदर थाना में नशा खिलाकर तेल से भरा टैंकर लूटने का प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उमेश कुमार सिंह के टैंकर चालक ने 12 फरवरी 2013 को फोन से बताया था कि कच्ची-पक्की चौक के पास से स्कॉर्पियो सवार आधा दर्जन अपराधियों ने उसे पिस्तौल के बल पर बंधक बना लिया और उसे नशे खिलाकर बेहोश कर हाजीपुर में सड़क किनारे फेंक दिया. टैंकर मालिक ने बताया था कि उनका टैंकर (एचआर 66- 0556) बरौनी पेट्रोलियम से मुजफ्फरपुर ‘केजीएम’ पेट्रोलियम सर्विसेज के लिए 16 हजार डीजल व चार हजार लीटर पेट्रोल लेकर चला था, जो सदर थाना क्षेत्र के कच्ची-पक्की से गायब हो गया था. टैंकर में चालक, खलासी के अलावा उसमें ‘केजीएम’ पेट्रोलियम सर्विसेज के दो स्टाफ भी बैठे थे.
हाजत पहुंचे सार्जेट मेजर. विचाराधीन कैदी के फरार होने की सूचना पर सार्जेट मेजर मनोज राम कोर्ट हाजत पहुंचे.

करीब आधा घंटा तक हवलदार से पूछताछ की. हवलदार ने बताया कि सुबह 10.02 बजे वह कैदी को सीजेएम के कोर्ट में पेश के लिए हाजत से लेकर गया. पेशी से पहले वह कोर्ट के उत्तरी बरामदा पर दोनों कैदी को खड़ा कर रखे हुआ था. अचानक टुन्ना कुमार सिंह कलाई से हथकड़ी निकला कर उसे धक्का देकर फरार हो गया. कोर्ट परिसर में भीड़भाड़ होने की वजह से भागने में सफल रहा. सार्जेट मेजर ने बताया कि इस मामले में हवलदार मो. कमालुद्दीन की लापरवाही सामने आयी है. उसी हथकड़ी में एक और कैदी बंधा था जो पुलिस गिरफ्त में है.

चेतावनी के बाद भी नहीं सुधरे हाजत कर्मी
कोर्ट हाजत में अक्सर कुछ न कुछ घटनाएं घटती रहती हैं. प्रत्येक घटना के बाद किसी न किसी कर्मी पर गाज गिरती है. इस बाबत एसएसपी वहां मौजूद कर्मियों को रवैया में परिवर्तन लाने की चेतावनी देते हैं. लेकिन, एसएसपी की चेतावनी का उन पर कोई असर पड़ता है. किसी भी घटना के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी जाती है. लेकिन, जैसे ही मामला ठंडा पड़ता है, वहां सिर्फ अतिक्रमणकारियों व सिपाहियों की चलती है. हाल में कोर्ट परिसर में गोलीबारी के बाद सुरक्षा व्यवस्था में तब्दीली लायी गयी थी. कोर्ट के मेन गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया था. लेकिन, यह सब सिर्फ दो दिनों तक ही रहा. इस पर किसी पुलिस पदाधिकारी की नजर नहीं पड़ती है.

Next Article

Exit mobile version