मुजफ्फरपुर: नाती को स्कूल छोड़ कर लौट रही महिला से शनिवार को बाइक सवार दो अपराधियों ने चेन छीनने का प्रयास किया. लेकिन महिला के हौसले के आगे दोनों अपराधियों की नहीं चली. शोर होने पर स्थानीय लोगों ने जब अपराधियों को खदेड़ा तो कच्ची-पक्की पेट्रोल पंप के पास अपनी होंडा साइन बाइक छोड़ कर भाग गये. इसमें अज्ञात पर मामला दर्ज किया है.
बताया जाता है कि बोकारो स्टील प्लांट से रिटायर्ड इ. अरविंद कुमार की पत्नी निर्मला अपने नाती आदित्य (10) को सुबह करीब 7.30 बजे रामदयालु स्थित डीपीएस स्कूल पहुंचाने गयी थीं. लौटने के क्रम में बालू मंडी के पास बाइक सवार दो अपराधियों ने उनसे चेन छीनने का प्रयास किया. पहले प्रयास में असफल होने पर दूसरी जब निर्मला पर झपट्टा मारा तो उन्होंने चेन पकड़ को पकड़ लिया. चेन टूट गया और अपराधी नाकाम रहे. इधर, निर्मला के शोर मचाने पर स्थानीय लोग जुट गये और दोनों अपराधियों को खदेड़ने लगे. यह देख अपराधी बाइक से भागने लगे. लेकिन, कच्ची-पक्की चौक पेट्रोल पंप के पास उनका संतुलन खो गया और गिर पड़े. इसके बाद दोनों अपराधी पिस्तौल दिखाकर मौके से भाग गये. बताया जाता है कि दोनों अपराधी रूमाल से अपना चेहरा ढंके हुए थे.
दो घंटे बाद पहुंची सदर पुलिस
घटना के बाबत निर्मला के पति इ.अरविंद कुमार ने सदर पुलिस को फोन पर मामले की जानकारी दी. उन्हें तुरंत घटनास्थल पर पुलिस दल भेजने का आश्वासन दिया. लेकिन, सदरपुलिस को भगवानपुर चौक से रामदयालु पहुंचने में करीब दो घंटा समय लग गया. इस बात को लेकर भिखनपुरा मोहल्ला के लोगों में भारी आक्रोश था. उनका कहना था कि सुबह की घटना में इतना वक्त लगता है, तो रात में पुलिस पहुंचेगी ही नहीं.
घटनास्थल पर आवेदन लेने से किया इनकार
पीड़िता के पति का कहना था कि घटनास्थल पहुंचे जमादार को वे आवेदन दे रहे थे लेकिन जमादार थाने चल कर आवेदन देने पर अड़े थे. इसको लेकर करीब आधा घंटा तक स्थानीय लोग व जमादार में बहस होती रही. उनका कहना था कि थानाध्यक्ष का आदेश है कि पीड़िता को थाना पर लाया जाये. लेकिन पीड़िता के परिजन इस बात के लिए तैयार नहीं हुए. बाद में जमादार ने थानाध्यक्ष अंजनी कुमार झा से बातचीत की. उसके बाद पीड़ित का आवेदन लिया.
बाइक की पहचान में जुटी पुलिस
कच्ची-पक्की पेट्रोल पंप के पास अपराधियों द्वारा छोड़ी गयी बाइक (बीआर33- 6238) का रजिस्ट्रेशन समस्तीपुर परिवहन कार्यालय का है. सदर थाना पुलिस उसके सत्यापन में जुटी है. यह भी जानकारी जुटा रही है कि बाइक चोरी का तो नहीं है. सूत्रों की मानें तो बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी है. इसके अलावा इंजन व चेसिस नंबर भी स्पष्ट नहीं है. इससे संदेह है कि बाइक चोरी की है.