जल निकासी के लिए कोई ठोस समाधान नहीं
मुजफ्फरपुर: सफाई का रास्ता निकालने नगर निगम की टीम शुक्रवार को दोबारा अखाड़ाघाट रोड स्थित कमल कुमार सिंह लेन पहुंची. सफाई कर्मियों ने मोहल्ले में भीतरी नाले की सफाई कर कूड़ा कचरा को बाहर कर दिया. लेकिन दूसरी बार काफी जद्दोजहद करने के बाद भी जल निकासी के लिए कोई समाधान नहीं निकाला जा सका. […]
मुजफ्फरपुर: सफाई का रास्ता निकालने नगर निगम की टीम शुक्रवार को दोबारा अखाड़ाघाट रोड स्थित कमल कुमार सिंह लेन पहुंची. सफाई कर्मियों ने मोहल्ले में भीतरी नाले की सफाई कर कूड़ा कचरा को बाहर कर दिया. लेकिन दूसरी बार काफी जद्दोजहद करने के बाद भी जल निकासी के लिए कोई समाधान नहीं निकाला जा सका. बता दें कि हाइकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम प्रशासन उक्त मोहल्ले से पानी निकासी का उपाये में लगी है. लेकिन चारों ओर से हो चुके निर्माण के कारण मामला फंस गया है.
इधर, मोहल्ले के निवासी खुद आपस में बैठक कर समाधान निकालने का प्रयास करेंगे. इसी माह हाइकोर्ट ने मोहल्ले से जलनिकासी की समस्या के समाधान करने के लिए निगम प्रशासन को 72 घंटे का समय दिया था. 10 अगस्त को नगर आयुक्त सीता चौधरी ने खुद मोहल्ले का निरीक्षण किया था. उन्होंने बताया था कि कुछ जगहों पर अतिक्रमण किया गया है. इसके कारण पानी निकासी में परेशानी हो रही है. निगम की ओर से मापी के लिए अमीन भी बहाल किया गया था. शुक्रवार को सफाई के दौरान पार्षद रामनाथ प्रसाद गुप्ता, सीटी मैनेजर राजेश कुमार झा, वरीय टैक्स दारोगा अशोक कुमार सिंह के साथ मोहल्ले के लोग मौजूद थे.
क्या था मामला
अखाड़ाघाट रोड स्थित कमल कुमार सिंह लेन निवासी सुदामा प्रसाद सिंह व राजनंदन कुंवर की ओर से हाइकोर्ट में मोहल्ले से पानी निकासी नहीं होने पर जनहित याचिका दायर की थी. वादी ने बताया था कि मोहल्ले में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. मोहल्ले में जो नाला है उसके निकासी का रास्ता दोनों तरफ से बंद है. उस वक्त सुनवाई के बाद हाइकोर्ट ने नगर निगम प्रशासन को जल निकासी की समस्या के समाधान के लिए 72 घंटे का समय दिया था.