आठ घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन
मुजफ्फरपुर/पारू : देवरिया थाना क्षेत्र के सोहासी गांव के गंडक दियरा में रविवार की देर रात पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद आठ संदिग्धों को पकड़ा गया है. इनके पास से एक देशी राइफल, पिस्तौल सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं. छह घंटे तक चले ऑपरेशन में दोनों ओर से 60 […]
मुजफ्फरपुर/पारू : देवरिया थाना क्षेत्र के सोहासी गांव के गंडक दियरा में रविवार की देर रात पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद आठ संदिग्धों को पकड़ा गया है. इनके पास से एक देशी राइफल, पिस्तौल सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं. छह घंटे तक चले ऑपरेशन में दोनों ओर से 60 राउंड से अधिक गोलियां चलीं. सोमवार की सुबह पकड़े गये सभी आठ संदिग्ध नक्सलियों से पारू एसएसबी कैंप में पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद तीन को पीआर बांड पर रिहा किया जायेगा, जबकि पांच को पुलिस जेल भेजेगी.
जानकारी के अनुसार, एएसपी अभियान राणा ब्रजेश को गुप्त सूचना मिली थी कि सोहासी गांव के गंडक दियरा में नक्सली छिपे हैं. इनमें सारण से लेकर कई जिलों के बड़े नक्सली नेता भी जुटे हैं. सूचना मिलते ही एक टीम का गठन किया गया. एएसपी के नेतृत्व में एसएसबी गोल्फ कंपनी पारू के असिसटेंट कमांडेंट किशन यादव, सरैया डीएसपी मनोज कुमार, देवरिया थानाध्यक्ष सुजीत कुमार समेत एसएसबी, एसटीएफ व सैप जवानों को शामिल किया गया. रात एक बजे के आसपास पुलिस टीम ने दो टुकड़ी में बंट कर दियरा की घेराबंदी की.
सुबह पौने चार बजे के आसपास नदी किनारे एक झोपड़ी से पुलिस टीम पर अंधेरे में ही फायरिंग होने लगी. नक्सलियों की ओर फायरिंग होता देख जवानों ने भी सिंगल फायर करना शुरू कर दिया. पुलिस की ओर से लगभग 51 राउंड फायरिंग की गयी, जबकि नक्सलियों ने पुलिस पर सात राउंड फायरिंग की. लेकिन पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आठों को दबोच लिया. इनके पास से एक देसी रायफल, एक कट्टा, तीन कारतूस, एक मोबाइल चाजर्र, कंबल व कुछ कपड़े बरामद किये गये हैं. सुबह नौ बजे के आसपास सभी को पारू स्थित एसएसबी कैंप लाया गया.
सारण जिले के सभी नक्सली
गिरफ्तार किये गये नक्सली चांद किशोर सहनी, सेवक सहनी, सिकींद्र सहनी, निशु सहनी, बासकीत सहनी, जयनंदन सहनी ये सभी सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के मरवा बसईया गांव के निवासी हैं. वहीं दीपक कुमार राय एवं मिंटू कुमार सारण जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र भगवानपुर गांव निवासी हैं. पकड़े गये आठों में से तीन को पूछताछ के बाद छोड़ा जा सकता है. पुलिस का कहना है कि सभी के गांव से सत्यापन के बाद ही निर्णय लिया जायेगा.