जो नहीं दिखते ड्यूटी पर वो भी लगा लिये आला

मुजफ्फरपुर. विषाक्त भोजन से बीमार लोगों की बड़ी संख्या देख एसकेएमसीएच में भी हड़कंप मच गया. मेडिसिन व शिशु रोग विभागों के सभी डॉक्टर को बुला लिया गया. डीएम अनुपम कुमार खुद मॉनीटरिंग कर रहे थे. बारबार घूम-घूम कर बीमार लोगों से घटना के बारे में पूछताछ कर रहे थे. इस दौरान उन डॉक्टरों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2015 1:03 AM

मुजफ्फरपुर. विषाक्त भोजन से बीमार लोगों की बड़ी संख्या देख एसकेएमसीएच में भी हड़कंप मच गया. मेडिसिन व शिशु रोग विभागों के सभी डॉक्टर को बुला लिया गया. डीएम अनुपम कुमार खुद मॉनीटरिंग कर रहे थे. बारबार घूम-घूम कर बीमार लोगों से घटना के बारे में पूछताछ कर रहे थे. इस दौरान उन डॉक्टरों को भी आला लगाकर मरीजों की जांच करते देखा गया, जो ड्यूटी पर होने के बावजूद नजर नहीं आते. वे भी सक्रिय दिखे. परसादी खयला के तनिके देर बाद पेट खराब हो गेलईपुरानी इमरजेंसी के कमरे और बरामदे मरीजों से पटे थे. बरामदा में फर्श पर रख कर चार वर्षीय छोटू कुमार का इलाज किया जा रहा था. उसकी मां रिंकू देवी ने बताया कि करीख महाराज के अरघ देला के बाद परसादी बंटलई. छोटू परसादी खाइत घरे आ गेलई. तनिके देर के बाद ओकरा पेट में दर्द भेलई आ दस्ती शुरू हो गेलई. ओकरा बाद त घरे-घरे से इ बात सामने आवे लगलई कि फलनवा बीमार हो गेलथिन. सर, शाम होते-होते हड़कंप मच गयाडीएम के पूछे जाने के दौरान जयनाथ राम, धर्मेंद्र पासवान, सुरेश साह आदि ने बताया कि सर, शाम होते ही गांव में हड़कंप मच गया. लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि कहां, किस डॉक्टर से इलाज करायें. गांव में दो ग्रामीण डॉक्टरों को बुलाया गया. जहां सैकड़ों लोग बीमार हो गये, वहां दो डॉक्टर क्या कर सकते थे. प्रसाद में मुख्य रूप से केला था और चावल के आंटा का लड्डू. इसी को खाने से ऐसा हुआ.

Next Article

Exit mobile version