बीमार बच्चों से छोटा पड़ा एसकेएमसीएच

मुजफ्फरपुर. उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल उस समय छोटा पड़ता दिखाई पर जब बीमार बच्चों का तांता लगना शुरू हो गया. न्यू इमरजेंसी वार्ड में तील रखने की जगह नहीं बची थी. बच्चें फर्श पर यूं ही लेटे पड़े हुए थे. हालांकि, इलाज सबका हो रहा था. अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर व नर्स के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2015 1:03 AM

मुजफ्फरपुर. उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल उस समय छोटा पड़ता दिखाई पर जब बीमार बच्चों का तांता लगना शुरू हो गया. न्यू इमरजेंसी वार्ड में तील रखने की जगह नहीं बची थी. बच्चें फर्श पर यूं ही लेटे पड़े हुए थे. हालांकि, इलाज सबका हो रहा था. अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर व नर्स के साथ बीमार बच्चें व महिलाओं की इलाज के लिए जगह खोजते दिख रहे थे. स्टाफ रूम से लेकर पुराना इमरजेंसी वार्ड व सीढ़ी के नीचे तक में कपड़े का रस्सी बना कर सलाइन चढ़ाया जा रहा था. अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई थी. डीएम अनुपम कुमार बार-बार प्रत्येक वार्ड का चक्कर लगा रहे थे. मरीजों से हालचाल पूछने के बाद दिशा निर्देश दे रहे थे. डीडीसी कवल तनूज व प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी जितेंद्र गुप्ता भी बीमार चल रहे इलाज पर पैनी नजर बनाये हुए थे. इधर, शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गयी थी. सिटी एसपी राजेंद्र कुमार भील, नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह के साथ अहियापुर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष अशोक कुमार, दारोगा विश्वमोहन व रमण कुमार विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए मुस्तैद थे.

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