10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कटरा में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म

कटरा (मुजफ्फरपुर): सामूहिक दुष्कर्म के बाद नाबालिग को जिंदा नदी में फेंक दिया, जिससे पीड़िता की मौत हो गयी. मामला कटरा थाना क्षेत्र के विसौथा गांव से जुड़ा है. पुलिस ने पीड़ित युवती की नानी की शिकायत पर एक आरोपित को गिरफ्तार किया. बाद में पांच और आरोपितों को ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर […]

कटरा (मुजफ्फरपुर): सामूहिक दुष्कर्म के बाद नाबालिग को जिंदा नदी में फेंक दिया, जिससे पीड़िता की मौत हो गयी. मामला कटरा थाना क्षेत्र के विसौथा गांव से जुड़ा है. पुलिस ने पीड़ित युवती की नानी की शिकायत पर एक आरोपित को गिरफ्तार किया. बाद में पांच और आरोपितों को ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर दिया. मामला बीते 25 अगस्त का है, लेकिन खुलासा दो सितंबर को हुआ. जानकारी के मुताबिक विसौथा गांव की सत्रह वर्षीय कल्पना (काल्पनिक नाम) का अफेयर शिवदासपुर गांव के शिवनाथ राम के साथ चल रहा था. शिवनाथ मजदूरी का काम करता था, जबकि कल्पना ने पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास किया था. दोनों पिछले तीन माह से एक-दूसरे को जानते थे. इसी दौरान दोनों ने शादी करने का फैसला लिया. घर के लोगों को इनके प्रेम के बारे में पता नहीं चले. इसी वजह से दोनों ने दिल्ली जाकर शादी करने का फैसला लिया था. 25 अगस्त को दोनों अपने घरों से निकले. इसके बाद टेंपो से बसंत गांव पहुंचे, तब तक अंधेरा हो गया था. दोनों बागमती पर बने योजना बांध से आ रहे थे. इसके बाद यह धर्मपुर गांव के पास से टेंपो पकड़ कर मुजफ्फरपुर की ओर जाते. इसी बीच बसंत गांव के छह युवकों ने इन्हें बांध पर देख लिया.

बांध पर लगभग डेढ़ किलोमीटर तक कल्पना व शिवनाथ राम आगे बढ़े थे. इसी बीच छहों युवक पीछे से इनके पास आये और दोनों को पकड़ लिया. इसके बाद शिवनाथ का हाथ बांध दिया गया. कल्पना को तीन युवक जबरदस्ती अपने साथ खेत में लेकर चले गये. बताया जाता है, तीनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया. इसी बीच तीन अन्य युवक शिवनाथ को बसंत गांव लेकर आ गये. उसे एक जगह पर बांध दिया. इसके बाद तीनों युवक फिर से बांध पर पहुंचे. वहां इन लोगों ने भी कल्पना के साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद जिंदा कल्पना को बागमती नदी में फेंक दिया.

कल्पना को नदी में फेंकने के बाद सभी युवक बसंत गांव पहुंचे. इसके बाद शिवनाथ का हाथ खोल दिया गया और उसे किसी से कुछ नहीं कहने की हिदायत दी गयी. इसी दौरान एक युवक ने कहा, कल्पना अब इस दुनिया में नहीं है. इसके बावजूद शिवनाथ कल्पना को बांध पर खोजता रहा. इसी क्रम में वह धनौर गांव पहुंच गया. इसके बाद उसने कल्पना की नानी को फोन किया और कहा, कल्पना अब इस दुनिया में नहीं है. यह कहने के बाद उसने फोन काट दिया. शिवनाथ ने कल्पना की नानी को अपने बारे में भी नहीं बताया.

कल्पना के बारे में सूचना मिलने के बाद उसकी खोज शुरू हुई. छब्बीस अगस्त को दिन भर उसकी खोज करते रहे, जब नहीं मिली तो 27 अगस्त को कटरा थाने को इसकी सूचना दी गयी. इसी दौरान शिवनाथ का मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिया. इस पर कटरा थाने की ओर से फोन किया गया, जब पुलिस को शिवनाथ के बारे में पता चला तो 27 अगस्त की रात ही पुलिस ने उसको पकड़ने के लिए छापा मारा, लेकिन शिवनाथ घर पर नहीं मिला. इसके बाद पुलिस पूछताछ के लिए शिवनाथ के पिता व छोटे भाई को अपने साथ ले आयी. पूछताछ के दौरान ही शिवनाथ के छोटे भाई ने पूरा मामला पुलिस को बताया.

पूरा मामला जानने के बाद पुलिस ने बसंतगांव के ब्रह्मदेव महतो को 28 अगस्त को गिरफ्तार किया. इसके बाद जब बसंत गांव के लोगों को घटना के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने अरोपितों जप्पू महतो, भोला महतो, रूपेश मंडल, राजेश मंडल व सीताराम मंडल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. छानबीन के दौरान दो सितंबर को पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर धान के खेत से कल्पना का चप्पल बरामद किया, जिसकी पहचान कल्पना के परिजनों ने की है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें