इस बार आपदा में फंसी गेहूं की खरीद
समय बीतने के साथ ही बढ़ रही किसानों की चिंता वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरइस वर्ष किसानों को टेंशन ही टेंशन है. गेहूं खरीद भी प्राकृतिक आपदा में फंस गया है. किसानों का धान भी खरीद नहीं हुआ था. इस वर्ष बरबादी के बाद कमोवेश कुछ गेहूं का उत्पादन हुआ, इसको खरीद के लिए सरकार ने अभी […]
समय बीतने के साथ ही बढ़ रही किसानों की चिंता वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरइस वर्ष किसानों को टेंशन ही टेंशन है. गेहूं खरीद भी प्राकृतिक आपदा में फंस गया है. किसानों का धान भी खरीद नहीं हुआ था. इस वर्ष बरबादी के बाद कमोवेश कुछ गेहूं का उत्पादन हुआ, इसको खरीद के लिए सरकार ने अभी तक कोई तिथि की घोषणा नहीं की है. अप्रैल बीतने को है. जबकि पिछले वर्ष किसानों के गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हो गई थी. लेकिन, किसानों को इस वर्ष की गेहूं अधिप्राप्ति की तिथि का इंतजार है. झपहां पैक्स अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वर्ष 2014 में गेहूं खरीद चल रही थी. लेकिन, इस वर्ष बरबादी के बाद गेहूं का जितना भी उत्पादन हुआ है. लेकिन, अब तक कोई तिथि घोषित नहीं हुई है. किसानों की चिंता बढ़ रही है. मीनापुर के पैक्स अध्यक्ष मथुरा प्रसाद बताते हैं कि अभी तक सरकार की ही कोई योजना नहीं बनी है. इस वर्ष एक तो किसानों का गेहूं भी कम उत्पादन हुआ. इसके बाद भी सरकार ने गेहूं क्रय के लिए कोई प्लान नहीं बनाया है. जिला सहकारिता पदाधिकारी श्रवण कुमार बताते हैं कि अभी सरकार की ओर से गेहूं अधिप्राप्ति के लिए कोई प्लान नहीं मिला है.