परेशानी का कारण बनी कोर बैंकिंग
मुजफ्फरपुर. प्रधान डाकघर में हाल ही में शुरू की गयी कोर बैंकिंग की सेवा उपभोक्ताओं के लिए सहूलियत से ज्यादा परेशानी का सबब बन गयी है. डाकघर की सामान्य सुविधाओं को पाने के लिए ग्राहकों को काउंटर दर काउंटर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में ग्राहक नयी व्यवस्था को कोस रहे हैं. पैसा जमा व […]
मुजफ्फरपुर. प्रधान डाकघर में हाल ही में शुरू की गयी कोर बैंकिंग की सेवा उपभोक्ताओं के लिए सहूलियत से ज्यादा परेशानी का सबब बन गयी है. डाकघर की सामान्य सुविधाओं को पाने के लिए ग्राहकों को काउंटर दर काउंटर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में ग्राहक नयी व्यवस्था को कोस रहे हैं. पैसा जमा व निकासी के बाद उनके पासबुक को अपडेट नहीं किया जा रहा है. कोर बैंकिंग सेवा के शुरू होने से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इनके खाता नंबर बदल दिये गये हैं. इन्हें अपना खाता नंबर पता करने में तीन दिन का समय लग रहा है. रुन्नीसैदपुर के सकल देव राय, कुढ़नी के अब्दुल जमील, मुशहरी के अमरेंद्र कुमार, ब्रह्मपुरा के उमेश सिंह, औराई के प्रदीप राय ने बताया कि उन्हें पैसा जमा करने व निकासी के लिए पिछले दो दिनों से लाइन में लगना पड़ रहा है. डाकघर में मासिक आय सेवा बंद कर दी गयी है. अब उन्हें हर महीने आकर पैसा की निकासी करनी होगी. इधर डाक विभाग के करीब पांच सौ सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अप्रैल माह का पेंशन नहीं मिल पाया है. कोर बैंकिंग सेवा के शुरू होने के बाद इनके एकाउंटर में पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया है.
ग्राहकों की सुविधा के लिए शुरू की गयी थी कोर बैंकिंग. प्रधान डाकघर में सीबीएस की शुरु आत 9 अप्रैल को की गयी. अभी महज 27 दिन ही हुए हैं, लेकिन इस व्यवस्था से न तो ग्राहक संतुष्ट हैं और न तो डाकघर कर्मचारी सहज महसूस कर रहे हैं. किसान विकास पत्र (केवीपी) और राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) का भुगतान भी बंद कर दिया गया है. ग्राहकों की शिकायत है कि नया खाता नहीं खोला जा रहा है. हर दिन ग्राहकों को इसके लिए हंगामा करना पड़ता है. इधर ऑपरेटिंग सिस्टम पूरी तरह नहीं समझ पाने के कारण डाकघर के कर्मचारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि दो दिनों की ट्रेनिंग दी गयी. इसमें सिस्टम समझ नहीं पा रहे हैं. दिनभर में करीब बीस लोगों का ही काम हो पा रहा है. जबकि सौ से अधिक लोगों की लाइन लगी रहती है.