नेपाल त्रासदी की भरपाई नहीं : मिहो
फोटो :::: ब्यूरो टू में मिहो नाम से- जापान की समाजसेविका ने काठमांडू में बांटी लाखों की राहत सामग्रियां संवाददाता, मुजफ्फरपुरजापान के जीफू जिला की समाजसेविका मिहो तनबरा ने कहा है कि नेपाल की भूकंप त्रासदी की क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती. अब भी वहां की स्थिति भयावह है. मदद को हजारों हाथ उठ रहे […]
फोटो :::: ब्यूरो टू में मिहो नाम से- जापान की समाजसेविका ने काठमांडू में बांटी लाखों की राहत सामग्रियां संवाददाता, मुजफ्फरपुरजापान के जीफू जिला की समाजसेविका मिहो तनबरा ने कहा है कि नेपाल की भूकंप त्रासदी की क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती. अब भी वहां की स्थिति भयावह है. मदद को हजारों हाथ उठ रहे हैं. फिर भी कम है. काठमांडू के विभिन्न इलाके में राहत सामग्रियों का वितरण कर लौटने के बाद गुरुवार को उन्होंने ये बात कही. वह इंटरनेशनल सपोर्ट ऑफ स्कूल कंस्ट्रक्शन ग्रुप, जीफू और सहयोगी संस्था वैशाली इंटरनेशनल रिसर्च एंड वेलफेयर सोसाइटी चोचहां, मुजफ्फरपुर के साथ काठमांडू के माड़ीपुर, कालिंग बोट, जयमंगला आदि इलाके में लाखों की राहत सामग्रियों का वितरण किया. वैशाली इंटरनेशनल रिसर्च एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ विजय सुमन ने समाजसेविका मिहो की भावनाओं (जापानी भाषा) को हिंदी में अनुवाद कर बताया कि ये वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. डॉ सुमन ने बताया कि इन संस्थाओं के लिए उन्होंने 17 कट्ठा तथा जया सुमन ने सात कट्ठा जमीन दान दी है. यहीं पर मिहो तनबरा ने अचानक काठमांडू जाने की योजना बनायी और हमलोग वहां गये. साथ में वैशाली इंटरनेशनल रिसर्च एंड वेलफेयर सोसाइटी के संयोजक सुजीत कुमार भी थे.