पीओ-पीआरएस से होगी पचास लाख की वसूली
मुजफ्फरपुर: मनरेगा में बिना पेड़ लगाये ही 50 लाख रुपये निकाल लिये गये. मामला मोतीपुर के ताजपुर मंगुराहा पंचायत का है. इसकी जांच मनरेगा लोकपाल ने की थी, जिसमें मामले को सही पाया गया है. बताया गया है कि बिना पेड़ लगाये ही मिली भगत करके 50 रुपये की राशि का बंदरबांट कर लिया गया. […]
मुजफ्फरपुर: मनरेगा में बिना पेड़ लगाये ही 50 लाख रुपये निकाल लिये गये. मामला मोतीपुर के ताजपुर मंगुराहा पंचायत का है. इसकी जांच मनरेगा लोकपाल ने की थी, जिसमें मामले को सही पाया गया है. बताया गया है कि बिना पेड़ लगाये ही मिली भगत करके 50 रुपये की राशि का बंदरबांट कर लिया गया. है. मामले में पीओ व पीआरएस के वेतन से राशि की वसूली का निर्देश दिया गया है.
पत्र से हुआ खुलासा
मंगुराहा पंचायत के कामेश्वर मिश्र ने लोकपाल से मनरेगा योजना में लूटखसोट की शिकायत 26 मार्च 2014 को की थी. इसमें बताया था कि आरटीआइ के तहत पंचायत में हुए पौधरोपण के बारे में जानकारी मांगी गयी थी, लेकिन इसमें सही जानकारी नहीं दी गयी. लेकिन पंचायत रोजगार सेवक के एक पत्र से पता चला कि पंचायत में 50 लाख का पौधरोपण हुआ है. हालांकि लोकपाल ने जब मामले की जांच की तो पंचायत रोजगार सेवक ने 50 लाख के पौधे लगाने की बात से इनकार किया. पंचायत के मुखिया व पंचायत रोजगार सेवक का कहना है कि इस तरह की जानकारी किसी व्यक्ति को नहीं दी गयी है. योजना में किसी तरह का लूट-खसोट नहीं हुआ है.
हमने नहीं किया काम. ग्रामीण रामपुकार साह, कुंजन भगत, बाबूलाल भगत, सुलेमान मियां, जान मियां, विनोद मेहता, विपिन तिवारी, गजेंद्र राम, मो मुन्ना समेत एक दर्जन लोगों ने शपथ पत्र के माध्यम से बताया है कि मनरेगा योजना के काम में कभी इनकी हिस्सेदारी नहीं रही है. कुछ दिन पूर्व मुङो पता चला है कि हमलोगों के नाम से पौधरोपण योजना में मजदूरी का भुगतान किया गया है.
वसूला जायेगा पैसा
लोकपाल ने फर्जी मजदूरों के नाम से डाकघर से हुई अवैध निकासी की राशि की वसूली तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी (पीओ) व पीआरएस से करने का आदेश दिया है. पंचायत में हुए पौधरोपण में जिन मजदूरों के नाम पर राशि की निकासी हुई है, उन लोगों ने मनरेगा मजदूर होने से इनकार कर दिया है. लोकपाल को शपथ पत्र देकर इन लोगों ने कहा है कि वे मजदूर नहीं हैं. इनका खाता डाकघर में नहीं खुला है.