जिला परिषद का खजांची उपेंद्र मिश्रा बर्खास्त

– बीआरजीएफ योजना के 92 लाख गबन मामले में थे निलंबित – नगर थाना में दर्ज हुई थी प्राथमिकी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : जिला परिषद के प्रभारी प्रधान सहायक सह खजांची उपेंद्र मिश्रा को गबन के आरोप में डीडीसी कॅवल तनुज ने सेवा से बर्खास्त करने की अनुशंसा की है. श्री मिश्रा को नवंबर 2014 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2015 12:04 AM

– बीआरजीएफ योजना के 92 लाख गबन मामले में थे निलंबित – नगर थाना में दर्ज हुई थी प्राथमिकी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : जिला परिषद के प्रभारी प्रधान सहायक सह खजांची उपेंद्र मिश्रा को गबन के आरोप में डीडीसी कॅवल तनुज ने सेवा से बर्खास्त करने की अनुशंसा की है. श्री मिश्रा को नवंबर 2014 में बीआरजीएफ व 12वीं वित्त योजना के 92 लाख राशि गबन करने के मामले में निलंबित किया गया था. नगर थाने में इनके विरूद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी. इसके बाद से कैशियर फरार चल रहे है. दरअसल मामले का खुलासा मीडिया में आयी खबरों के बाद हुआ था. कैशियर श्री मिश्रा ने अपने निजी खातों में पंचायतों के नाम से आवंटित किये गये चेक को अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया था. एक लाख 75 हजार के 24 चेक अलग-अलग तारीख में अपने जिला परिषद स्थित पीएनबी के खाते में जमा किये थे. इस मामले में कैशियर ने स्वीकार किया था कि उसने सरकारी राशि को अपने खाते में जमा कराया है. कैशियर ने यह खेल पंचायतों के नाम काटे गये दर्जनों चेक के बंच में एक दो सादे चेक पर हस्ताक्षर करवा लेता था. इसके बाद उस चेक में अपना एकाउंट नंबर भरकर अपने खाते में जमा कर देता था. लेकिन सवाल यह उठता है कि यह खेल तीन साल तक चला लेकिन ऑडिट में इस मामले को नहीं पकड़ा जा सका. यह सालाना होने वाले विभागीय ऑडिट पर सवाल खड़ा करता है. चूंकि राशि का आवंटन होता है तो उसके बाद हिसाब का लेखा जोखा तैयार किया जाता है.

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