कार्यालय से भागे विविकर्मी
मुजफ्फरपुर: भूकंप के तेज झटके का असर मंगलवार को उच्च शिक्षण संस्थानों में भी देखने को मिला. दोपहर 12:38 बजे जैसे ही झटका महसूस हुआ, एकेडमिक स्टाफ कॉलेज में मौजूद कुलपति डॉ पंडित पलांडे सहित सभी अधिकारी व कर्मचारी आनन-फानन में दौड़ कर कार्यालय से बाहर निकल आये. कुछ ऐसा ही हाल प्रशासनिक भवन में […]
मुजफ्फरपुर: भूकंप के तेज झटके का असर मंगलवार को उच्च शिक्षण संस्थानों में भी देखने को मिला. दोपहर 12:38 बजे जैसे ही झटका महसूस हुआ, एकेडमिक स्टाफ कॉलेज में मौजूद कुलपति डॉ पंडित पलांडे सहित सभी अधिकारी व कर्मचारी आनन-फानन में दौड़ कर कार्यालय से बाहर निकल आये. कुछ ऐसा ही हाल प्रशासनिक भवन में मौजूद परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार सहित अन्य कर्मचारियों का भी था.
यहां तक डिग्री सहित अन्य कार्य के सिलसिले में आये अभिभावक व छात्र भी भागते दिखे. करीब आधा घंटा तक सभी अधिकारी एकेडमिक स्टाफ कॉलेज के बाहर जमा रहे, लेकिन जब रुक-रुक कर लगातार हल्के झटके महसूस होते रहे, तब सभी अधिकारी व कर्मी वापस अपने घर चले गये. इस कारण करीब डेढ़ बजे से ही विवि में बंदी का नजारा रहा.
भूकंप का असर स्नातक पार्ट वन के कॉपियों के मूल्यांकन पर भी पड़ा. फिलहाल परीक्षा भवन में आर्ट्स की कॉपियों की जांच चल रही है. सभी परीक्षक जांच प्रक्रिया को अधूरा छोड़ जान बचा कर बाहर भागे. दोपहर बाद मूल्यांकन कार्य पूरी तरह ठप रहा.
इधर, भूकंप के भय से पीजी गल्र्स हॉस्टल की छात्राएं कैंपस से बाहर निकल आयी. उसमें से कई का भय के मारे बुरा हाल था. सूचना पाकर अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने छात्रओं को सुविधा होने पर लोकल गाजिर्यन के पास चले जाने का सुझाव दिया. जिन छात्राओं का शहर में रहने की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उन्हें हॉस्टल में ही रहने को कहा गया. हालांकि उन्हें भी दरवाजा खोल कर रखने का निर्देश दिया, ताकि खतरा महसूस होने पर वे आसानी से खुले मैदान में शरण ले सके. एलएस, एमडीडीएम, आरडीएस सहित अन्य कॉलेजों में भी भूकंप के बाद बंदी सा नजारा दिखा.