भूकंप के बाद बढ़े धड़कन व बेचैनी के मरीज
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर. भूकंप के बाद शहर में धड़कन बढ़ने के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. बुधवार को भी निजी क्लीनिकों में ऐसे काफी मरीज पहुंचे. जिन्होंने घबराहट व धड़कन बढ़ने की बात बतायी. शहर के फिजिशियन डॉ एके दास ने कहा कि हमारे क्लीनिक में हर तीसरा मरीज धड़कन, चक्कर व बैचेनी […]
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर. भूकंप के बाद शहर में धड़कन बढ़ने के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. बुधवार को भी निजी क्लीनिकों में ऐसे काफी मरीज पहुंचे. जिन्होंने घबराहट व धड़कन बढ़ने की बात बतायी. शहर के फिजिशियन डॉ एके दास ने कहा कि हमारे क्लीनिक में हर तीसरा मरीज धड़कन, चक्कर व बैचेनी को लेकर पहुंच रहा है. सुबह से करीब 40 से अधिक मरीज को देख चुका है. लोगों में भय व्याप्त है. इस वजह से ऐसी समस्या आ रही है. फिजिशियन डॉ विजय कुमार कहते हैं कि धड़कन व बेचैनी के इतने मरीज उन्होंने पहले कभी नहीं देखे थे. 25 अप्रैल को भी भूकंप आया था, लेकिन लोग इतने दहशत में नहीं थे, लेकिन इस बार काफी लोग चक्कर व बेचैनी को लेकर क्लीनिक में आ रहे हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव कुमार कहते हैं कि बच्चे काफी घबराये हुए हंै. वे घर के अंदर नहीं जाना चाह रहे हैं. उन्हें दवाओं के साथ काउंसेलिंग भी करनी पड़ रही है. सदर अस्पताल में नहीं घटी मरीजों की संख्याभूकंप के दूसरे दिन बुधवार को सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या रोज की तरह थी. यहां सुबह से दोपहर तक 635 मरीजों का इलाज किया गया. अन्य दिनों की तरह मरीज अस्पताल में इलाज के लिए पहंुचे. डॉ अनिल कुमार ने कहा कि सुबह से वे 97 मरीजों को देख चुके हैं. 25 अप्रैल को जब भूकंप आया था तो दो दिनों तक मरीजों की संख्या में काफी कमी थी. लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. भूकंप से लोग दहशत में जरू र है, लेकिन इलाज कराने आ रहे हैं.