वरदी नहीं पहनी तो कार्रवाई
मुजफ्फरपुर: जोनल आइजी पारस नाथ ने शुक्रवार को दस जिलों के एएसपी व डीएसपी मुख्यालय के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि हर जिले में यह सुनिश्चित किया जाये कि कार्यालय व थाने में कार्यरत सभी कर्मी वरदी पहने. वरदी पहन कर नहीं आने पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करें. यहीं नहीं, ट्रैफिक पोस्ट व डयूटी […]
मुजफ्फरपुर: जोनल आइजी पारस नाथ ने शुक्रवार को दस जिलों के एएसपी व डीएसपी मुख्यालय के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि हर जिले में यह सुनिश्चित किया जाये कि कार्यालय व थाने में कार्यरत सभी कर्मी वरदी पहने. वरदी पहन कर नहीं आने पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करें.
यहीं नहीं, ट्रैफिक पोस्ट व डयूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को रोटेशन के आधार पर प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया. जोनल आइजी ने बताया कि अक्सर हर जिले में गाड़ी, वायरलेस सिस्टम, भवन की शिकायत मिलती है. सभी की गड़बड़ी दुरुस्त करना है. साथ ही मेटल डिटेक्टर व थाने पर लिखे मोबाइल नंबर या नाम को भी सुधारने को कहा गया है. वारंट व कुर्की के निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश देते हुए कहा कि हर जिले से अधिकांश गलत डाटा भेजा जा रहा है. थानावार लंबित वारंट व कुर्की की सूची अभियोजन कोषांग तैयार नहीं कर रही है. वास्तविक संख्या स्पष्ट नहीं है.
उन्होंने सभी डीएसपी व इंस्पेक्टर को थाने पर कैंप लगा कर वारंट व कुर्की की समीक्षा करने को कहा है. एक माह का समय देते हुए कहा कि समीक्षा कर लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. गंभीर मामलों के अपराध जैसे फिरौती के लिए अपहरण, हत्या, लूट,डकैती, रंगदारी, रेप के मामलों में वरीय अधिकारी हर हफ्ते या पंद्रह दिन पर केस की समीक्षा करे. सीएम, पीएम व डीजीपी कार्यालयों से प्राप्त आवेदन पर कार्रवाई करने में भी कोताही बरती जा रही है. बैठक के दौरान एएसपी मुख्यालय राजीव रंजन, वैशाली से अरविंद गुप्ता, पूर्वी चंपारण के पीके मंडल, शिवहर के नरेंद्र कुमार शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे.