मीनापुर में आधा दर्जन स्थानों पर कटाव का खतरा
– बाढ़ आपदा के लिए सभी प्रखंड से मांगा गया कार्ययोजना उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मीनापुर में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर बूढ़ी गंडक नदी से कटाव का खतरा है. मीनापुर के सीओ ने जिला आपदा प्रशाखा को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी है. इन सभी जगहों पर कटाव निरोधी कार्य चलाने की आवश्यकता बतायी […]
– बाढ़ आपदा के लिए सभी प्रखंड से मांगा गया कार्ययोजना उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मीनापुर में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर बूढ़ी गंडक नदी से कटाव का खतरा है. मीनापुर के सीओ ने जिला आपदा प्रशाखा को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी है. इन सभी जगहों पर कटाव निरोधी कार्य चलाने की आवश्यकता बतायी है. मधुबन कांटी के ग्राम पंचायत राज बाड़ा भारती अंतर्गत नागेश्वर सहनी के घर के पूरब, इसी पंचायत के सीया लाल सहनी के घर के पास, रघई पुल के दक्षिण अबेटमेंट के पश्चिम एवं पूरब का भाग धंसा हुआ. इस स्थान पर कटाव को रोकने की आवश्यकता है. रघई मल्ल टोला के नदी किनारे, खरार चक्की ग्राम में दक्षिण भाग में, पंचायत जामिन मठिया के रोजनरायण सहनी (पंचायत समिति सदस्य ) के घर के पास भी कटाव का खतरा है. प्रथम चरण में बाढ़ प्रभावित अंचलों में नदी किनारे स्थित गांवों में कटाव व सड़क की स्थिति का रिपोर्ट मांगा गया है. हालांकि अभी मीनापुर से से ही रिपोर्ट प्राप्त हुआ है. मुजफ्फरपुर जिला को राज्य के अति बाढ़ प्रभावित 15 जिले में से एक है. जिले के 16 अंचलों में से 11 अंचल बूढ़ी गंडक, बागमती, लखनेई नदी के बाढ़ से प्रभावित होता है. विशेष कर बागमती व लखनदेई औराई, कटरा व गायघाट अंचल अत्यधिक प्रभावित होता है.