मुजफ्फरपुर: नियम को ताक पर रख कर काम करना 17 मनरेगा कर्मचारियों को महंगा पड़ा. उपविकास आयुक्त कंवल तनुज ने आदेश जारी कर एक अभियंता, दो तकनीकी सहायक, एक लेखापाल व 13 पंचायत रोजगार सेवकों की सेवा समाप्त कर दी है. इन सभी कर्मियों पर कई गंभीर आरोप है, जिसमें बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने, फाइल लेकर फरार होने व वरीय अधिकारी के आदेश का अवहेलना करने जैसे आरोप है.
डीडीसी की ओर से इस संबंध में जारी पत्र में बताया गया है कि आरोपित पीआरएस से स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन इनकी ओर से दिया गया जवाब संतोषजनक नहीं है
सभी मनरेगा कर्मी ने सेवा शर्त का उल्लंघन किया है. इनकी लापरवाही के वजह से मनरेगा योजना से होने वाली विकास कार्य बाधित है.