भात, अनाज, तेल व घी पशुओं के लिए जानलेवा

मुजफ्फरपुर: आम तौर पर जुगाली करने वाले पशुओं को जूठन खिलाते हैं. इस जूठन में चावल, दाल, सब्जी, तेल, अनाज सभी चीज होते हैं. लोग भ्रम वश इन्हें पौष्टिक आहार मानते हैं. लेकिन, यह चीज आपके पशुओं के लिए घातक हो सकता है. इससे पशुओं की जान तक जा सकती है. दूध देने वाली पशुओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2015 7:25 AM
मुजफ्फरपुर: आम तौर पर जुगाली करने वाले पशुओं को जूठन खिलाते हैं. इस जूठन में चावल, दाल, सब्जी, तेल, अनाज सभी चीज होते हैं. लोग भ्रम वश इन्हें पौष्टिक आहार मानते हैं. लेकिन, यह चीज आपके पशुओं के लिए घातक हो सकता है. इससे पशुओं की जान तक जा सकती है.

दूध देने वाली पशुओं में बांझपन हो सकता है. किसानों को पशुओं को चारा व खाना खिलाते वक्त काफी सावधानी बरतनी चाहिए. बिहार के नोडल पदाधिकारी ने किसान पोर्टल पर जुगाली करने वाले पशुओं को खाना व दाना खिलाने के दौरान काफी सावधानी बरतने की जरू रत बतायी है.

किसान जुगाली करने वाले पशुओं को जूठन में भात, तेल, अनाज व घी का कोई भी सामान खाने को नहीं दें. इससे इनकी जान जा सकती है. इन सामग्री के प्रयोग से पशुओं के पेट में पाये जाने वाले लाभदायक बैक्टीरिया समाप्त हो जाता है. इसके बाद पशुओं का पाचन तंत्र बिगड़ जाता है. पशुओं को फिर बचाना मुश्किल हो जाता है. पशुपालन विभाग के नोडल पदाधिकारी का कहना है कि गाय, भैंस, बकरी, भेड़ में पाचन प्रणाली आदमी के पाचन प्रणाली से काफी अलग होता है. इनके पेट में चार भाग होते हैं. इसलिए भात, अनाज, तेल, घी को पचा नहीं पाते हैं.

इन सामग्री को आहार के रू प में देना घातक साबित होगा. यह सामग्री पशुओं के पेट के लाभदायक जीवाणुओं को मार देता है. जिससे पाचन तंत्र बिगड़ जाता है. इससे मादा पशुओं को बांझपन का खतरा भी बना रहता है. पाचन तंत्र बिगड़ जाने के बाद बचाना भी मुश्किल होता है.

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