बीआरए बिहार विवि: बेहतर बनाएं छात्रों का भविष्य
मुजफ्फरपुर: वीर कुंवर सिंह विवि, आरा के पूर्व कुलपति डॉ आइसी कुमार ने बीआरए बिहार विवि में मंगलवार को प्रिंसिपल मीट को संबोधित करते हुए कहा कि कॉलेज एक परिवार है जिसके अभिभावक प्राचार्य होते हैं. अभिभावकों का सर्वप्रथम कर्तव्य होता है बच्चों का बेहतर भविष्य तैयार करना. यह तभी संभव है जब आप अपना […]
मुजफ्फरपुर: वीर कुंवर सिंह विवि, आरा के पूर्व कुलपति डॉ आइसी कुमार ने बीआरए बिहार विवि में मंगलवार को प्रिंसिपल मीट को संबोधित करते हुए कहा कि कॉलेज एक परिवार है जिसके अभिभावक प्राचार्य होते हैं. अभिभावकों का सर्वप्रथम कर्तव्य होता है बच्चों का बेहतर भविष्य तैयार करना. यह तभी संभव है जब आप अपना नॉलेज अपटूडेट रखेंगे. जबतक नॉलेज अपटूडेट नहीं होगा, आप छात्रों के कल्याण में अमूल्य योगदान नहीं कर पायेंगे.
विवि परिसर स्थित यूजीसी के ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर (एचआरडीसी) में आयोजित 8वें प्रिंसिपल मीट में उद्घाटन भाषण के दौरान डॉ कुमार ने कहा कि आप नये-नये विषयों का अध्ययन कीजिये. साथी शिक्षकों को भी इसके लिए प्रेरित कीजिये. उन्होंने परीक्षा व मूल्यांकन सिस्टम को सुधारने पर जोर दिया. साथ ही एक संदर्भ के उल्लेख के दौरान अपना अनुभव रखते हुए यह उदाहरण भी दिया कि खुद एक लाख का इंटरव्यू लिया और तीस हजार को नौकरी दी.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने कहा कि नैक मूल्यांकन में ‘ए’ ग्रेड कैसे प्राप्त हो, इस पर विचार-विमर्श कर काम कीजिये. हाई ग्रेड लेने की कोशिश हो, हम मदद करने को तैयार हैं. उन्होंने प्राचार्यो को सलाह दी कि किसी जांच कमेटी के गठन से डरें नहीं. यदि आपने काम किया है तो उसे बताइए. यह सिस्टम है.
कॉलेजों को दें 5-5 ऑपरेटर
नैक से ‘ए’ ग्रेड प्राप्त एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ एएन यादव ने इसकी तैयारी के सरल उपाय बताये. कहा, प्रिंसिपल को किसी कंपनी के सीइओ की तरह काम करना होगा, तभी सफलता मिलेगी. उन्होंने सभी कॉलेजों में पांच-पांच डाटा ऑपरेटर देने की कुलपति से अपील की. नैक मूल्यांकन के लिए तैयारी में उनका बड़ा सहयोग प्राप्त होता है. प्रिंसिपल मीट में प्राचार्या डॉ ममता रानी, प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश सिंह, डॉ संजय, डॉ विद्याशंकर सिंह, डॉ अबुजर कमालुद्दीन आदि ने भी अपने विचार रखे. इंटरेक्शन के दौरान प्राचार्यो द्वारा पूछे गये एक दर्जन से अधिक सवालों को पूर्व कुलपति डॉ कुमार ने जवाब दिया. स्वागत सेंटर के निदेशक डॉ विजयेंद्र प्रसाद सिंह और संचालन व धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सीकेपी शाही ने किया.