आलोचना बरदाश्त को तैयार नहीं मोदी सरकार
संवाददाता, मुजफ्फरपुरमोदी सरकार किसी भी आलोचना को बरदाश्त करने के लिए तैयार नहीं है. देश के अंदर स्वतंत्र व निष्पक्ष सामाजिक-राजनैतिक चर्चा-बहस पर रोक इस सरकार की फासीवादी चरित्र को दर्शाता है. यह फिर साबित हो गया, जब केंद्र सरकार के मान संसाधान विकास मंत्रालय द्वारा आइआइटी मद्रास के स्वतंत्र छात्र समूह अंबेदकर पेरियार स्टूडेंट्स […]
संवाददाता, मुजफ्फरपुरमोदी सरकार किसी भी आलोचना को बरदाश्त करने के लिए तैयार नहीं है. देश के अंदर स्वतंत्र व निष्पक्ष सामाजिक-राजनैतिक चर्चा-बहस पर रोक इस सरकार की फासीवादी चरित्र को दर्शाता है. यह फिर साबित हो गया, जब केंद्र सरकार के मान संसाधान विकास मंत्रालय द्वारा आइआइटी मद्रास के स्वतंत्र छात्र समूह अंबेदकर पेरियार स्टूडेंट्स सर्किल द्वारा सामाजिक आर्थिक-राजनैतिक मुद्दों पर चलाये जा रहे बहस पर प्रतिबंध लगा दिया. उक्त बातें रविवार को एआइडीएसओ द्वारा मोतीझील स्थित जिला कार्यालय में आयोजित जिला कमेटी की बैठक में सचिव लाल बाबू राय ने कही. बैठक में कहा गया कि तुरंत आइआइटी मद्रास ने मोदी सरकार के खिलाफ नफरत फैलाने की अपील पर परिचर्चा फोरम को प्रतिबंधित कर दिया. जो मोदी सरकार के हिंदी, गौ हत्या, घर वापसी कार्यक्रम तथा वेदों को बढ़ावा देने की नीति पर सवाल खड़ा किया था. इस प्रकार मोदी सरकार लोगों के अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता पर रोक लगा रही है तथा देश के लोगों को बोलने के स्वतंत्रता के अधिकार का हनन कर रही है. बैठक में सरकार के इस निर्णय का जोरदार विरोध किया गया जो आम आदमी के अभिव्यक्ति के स्वंतत्रता पर रोक लगाती है. साथ ही आम जनता से अपील किया की वह इसके खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करे. बैठक में कार्यालय सचिव शिव कुमार, विजय कुमार, रवि रंजन कुमार, श्रवण कुमार, अंकुश कुमार, विकास कुमार, रिंकी कुमारी, रजनी कुमारी, नेहा प्रवीण, अनिल कुमार, मुकेश मांझी, प्रेम कुुमार, राजेश कुमार, निर्मला कुमारी आदि ने अपने विचार रखे.