मुजफ्फरपुर: जूरन छपरा स्थित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सीबी कुमार के क्लीनिक पर बुधवार की रात जम कर तोड़फोड़ हुई. मामला नवजात के पैर टूटने का है. बच्चे के पिता मेहदी हसन चौक निवासी रजी अहमद का कहना था कि डॉक्टर के आइसीयू में नवजात का पैर टूटा है, जबकि डॉक्टर कुमार का कहना है कि उन्होंने बच्चे को डिस्चार्ज किया था. इन लोगों ने घर जाकर बच्चे की मालिश की इससे पैर टूट गया है.
क्लीनिक पर हंगामे के दौरान लोग काफी आक्रोशित थे. बच्चे के पिता का कहना था कि नवजात का बदन पीला होने पर उसने 17 को यहां भरती कराया था. डॉक्टर कुमार ने बच्चे की सीरियस होने की बात बता कर उसे आइसीयू में भरती कर लिया. जब 17 की दोपहर में बच्चे की मां ने बच्चे को दूध पिलाने के लिया तो बच्च रो रहा था. उसका पैर फूला हुआ था. यह बात डॉक्टर कुमार को बतायी गयी तो उन्होंने बच्चे को डॉ ब्रजेश के पास भेजा. वहां डॉक्टर ने पैर पर पट्टी बांध दी. लेकिन उन्होंने कहा कि बच्चे के पेशाब से इसे बचाना होगा. नहीं तो इंफेकशन हो जायेगा. यह बात जब यहां आकर डॉ सीबी कुमार को बतायी तो उन्होंने कहा कि आईसीयू में बच्चे का पैर नहीं टूटा है. इतना कहकर उन्होंने बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया व जबरदस्ती जाने के लिए कहा. हमलोग बच्चे को लेकर चले आये.
बुधवार की शाम में जब डॉक्टर ब्रजेश के पास बच्चे के इलाज के बारे में पूछने गये तो उन्होंने कहा कि बच्चे को कहीं और ले जाए. हम जब दुबारा डॉ सीबी कुमार के पास इलाज के लिए पूछने पहुंचे तो उन्होंने बच्चे का पुरजा व एक्सरे रिपोर्ट छीन लिया व मुङो पीटा. हालांकि डॉ सीबी कुमार ने इसे गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि बच्चे का पैर आइसीयू में नहीं टूटा है. यहां से जाने के बाद घर पर बच्चे की पैर का मालिश किया गया है. इससे पैर टूट गया है. उन्होंने क्लीनिक में तोड़ फोड़ के लिए ब्रrापुरा थाना में एफआईआर दर्ज कराया है. जिसमें आरोपी रजी अहमद को बनाया है.