दूसरे जिले से बिना इलाज बच्चे किये जा रहे रेफर
उत्तर बिहार के अन्य जिलों में एइएस से पीडि़त बच्चों का नहीं किया जा रहा इलाजसरकार के निर्देश पर सभी पीएचसी में छह बेड की व्यवस्था, भरती नहीं किये जा रहे बच्चेवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकार के निर्देश के बावजूद दूसरे जिले में एइएस से पीडि़त बच्चों के इलाज की व्यवस्था नहीं की जा सकी. डॉक्टर बच्चों […]
उत्तर बिहार के अन्य जिलों में एइएस से पीडि़त बच्चों का नहीं किया जा रहा इलाजसरकार के निर्देश पर सभी पीएचसी में छह बेड की व्यवस्था, भरती नहीं किये जा रहे बच्चेवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकार के निर्देश के बावजूद दूसरे जिले में एइएस से पीडि़त बच्चों के इलाज की व्यवस्था नहीं की जा सकी. डॉक्टर बच्चों के इलाज से बचने के लिए उसे एसकेएमसीएच या केजरीवाल रेफर कर देते हैं. जबकि सभी जिलों के पीएचसी में बीमारी के इलाज के लिए छह बेड की व्यवस्था की गयी है. सरकार ने इलाज के लिए दवाएं सहित अन्य उपकरण उपलब्ध कराये हैं. बावजूद इस बार पूर्वी चंपारण से छह, सीतामढ़ी से दो, शिवहर से दो व समस्तीपुर से एक बच्चे को इलाज के लिए एसकेएमसीएच रेफर किया गया. सिविल सर्जन डॉ ज्ञान भूषण ने कहा कि एइएस की राज्य स्तरीय कार्यशाला में प्रधान सचिव ने यह स्पष्ट निर्देश दिया था कि अन्य जिलों से बच्चे तभी रेफर किये जायें जब वहां जांच के आघुनिक साधन उपलब्ध नहीं हों. लेकिन यहां आने वाले बच्चे का इलाज तक नहीं किया जा रहा. बच्चे को बिना इलाज के यहां भेजा जा रहा है. इस बाबत प्रधान सचिव को अवगत करा दिया गया है.मृत सात बच्चों में चार दूसरे जिले केएइएस से अबतक सात बच्चों की मौत हुई है. इनमें से चार बच्चे दूसरे जिले के थे. इनका इलाज एसकेएमसीएच में किया जा रहा था. बीमारी से मरने वाले बच्चों में पूर्वी चंपारण के दो, सीतामढ़ी व शिवहर से एक-एक बच्चे शामिल हैं. फिलहाल जिन चार बच्चों का इलाज चल रहा है, उसमें एक बच्चा समस्तीपुर का है.