केजरीवाल में एइएस पीड़ितों से लिया जा रहा इलाज का खर्च !
मुजफ्फरपुर: एइएस से पीड़ित बच्चों के मुफ्त इलाज का दावा करने वाला केजरीवाल अस्पताल भरती के लिए आये बच्चों के अभिभावकों से फीस वसूल रहा है. यहां अबतक चार बच्चे भरती हुए हैं. सभी को एडमिट शुल्क सहित दवाओं का बिल चुकाना पड़ा है. इसका सबूत एडमिट करने की राशि की रसीद है. बच्चे को […]
मुजफ्फरपुर: एइएस से पीड़ित बच्चों के मुफ्त इलाज का दावा करने वाला केजरीवाल अस्पताल भरती के लिए आये बच्चों के अभिभावकों से फीस वसूल रहा है. यहां अबतक चार बच्चे भरती हुए हैं. सभी को एडमिट शुल्क सहित दवाओं का बिल चुकाना पड़ा है. इसका सबूत एडमिट करने की राशि की रसीद है.
बच्चे को दिखाने के लिए 120 रुपये व भरती के लिए 500 रुपये लिये जा रहे हैं. यहां भरती मणिकपुर के डेढ़ वर्षीय रोहित के दादा बांकेलाल सहनी ने कहा कि जब वे बच्चे को लेकर यहां आये थे तो काउंटर पर दिखाने के लिए 120 रुपये का रसीद दिया गया. डॉक्टर साहब ने बच्चे को देखने के बाद भरती करने के लिए कहा तो फिर 500 रुपये का पुरजा कटा. डॉक्टर ने दवाएं लिखीं तो दवा काउंटर पर मेरे नाम से बिल बन रहा है. अस्पताल छोड़ने पर दवा का पैसा देना होगा.
यहां भरती मोतीपुर के आमिर के चाचा मंजर अकील ने भी स्वीकार किया कि उनसे भी पहले 120 रुपये व बाद में 500 रुपये लिये गये. उसके बाद बच्चे की भरती हुई है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर जो भी दवा लिख रहे हैं, उसे दवा काउंटर से लाना पड़ता है. उनके नाम पर दवा का बिल बनाया जा रहा है.
इस संदर्भ में जब केजरीवाल अस्पताल के प्रशासक बीबी गिरि ने राशि लेने की बात से इनकार किया. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए रुपये नहीं लिये जा रहे हैं, कह कर उन्होंने फोन काट दिया.
बिल के लिए पुरजा पर नहीं लिखते एइएस
केजरीवाल अस्पताल में भरती हो रहे बच्चे के पुरजा पर एइएस नहीं लिखा जाता. ऐसा सिर्फ बिल के लिए किया जाता है. पीड़ित बच्चों के अभिभावकों को नहीं पता कि एइएस से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए सरकार ने नि:शुल्क व्यवस्था की है. रोहित के दादा ने कहा कि मुङो इसकी जानकारी नहीं है. बच्चे का जन्म भी यहीं हुआ था. यही सोचकर हमलोग इसे यहां लाये हैं. उन्हें यह भी नहीं पता कि एसकेएमसीएच व सदर अस्पताल में इलाज की फ्री व्यवस्था है.