सरकार के इस फैसले को जनता तक ले जायेंगे: नंद किशोर
फोटो दीपक मुजफ्फरपुर. एनडीए सरकार ने 2010 में ही मुकदमा वापस करने का प्रस्ताव पारित किया था. लेकिन वर्ष 2011 में कार्ट ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इसके बाद नीतीश कुमार इसके लिये दुबारा प्रयास नहीं किया. सरकार के इस रवैये को हम जनता तक ले जायेंगे. उक्त बातें बिहार विधान सभा प्रतिपक्ष […]
फोटो दीपक मुजफ्फरपुर. एनडीए सरकार ने 2010 में ही मुकदमा वापस करने का प्रस्ताव पारित किया था. लेकिन वर्ष 2011 में कार्ट ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इसके बाद नीतीश कुमार इसके लिये दुबारा प्रयास नहीं किया. सरकार के इस रवैये को हम जनता तक ले जायेंगे. उक्त बातें बिहार विधान सभा प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कलेक्ट्रेट गोली कांड में दोषी करार दिये गये रामनरेश यादव, नवल किशोर राय, मो अनवारूल हक, मोहन कुमार सिंह,राम लक्षण सिंह कुुशवाहा, मनोज कुमार, मो असद,महेंद्र यादव, कौशल किशोर राय, अनिल कुमार सिंह चुम्मन, विश्वनाथ बुंदेला, सूर्यदेव राय, विपिन बिहारी यादव, मदन राय, विनोद प्रसाद से शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में मिलने के बाद वापस लौट कर कारा परिसर में कहीं. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस को बजाया गया है. जब पुलिस ने गोली चलायी यह बात साबित हो गयी. इसके बाद भी पुलिस पर प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गयी?क्यों पुलिस को बचाया गया और इन आंदोलनकारी को जेल भेज दिया गया? सरकार ने इन पर कार्रवाई करने की अनुमति क्यों नहीं दी. उन्होंने कहा कि इस फैसले को लेकर हाई कोर्ट जायेंगे. हमें विश्वास है कि हमें हाई कोर्ट में न्याय मिलेगा. जेल के अंदर मो अनवारूल हक की तबीयत खराब होने पर उन्हें तुरंत बेहतर इलाज के लिये एसकेएमसीएच भेजने की बात कहीं. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर जो बंद है. उसमें सभी की तबीयत अच्छी नहीं रहती है. उनका बेहतर इलाज हो सके. इसका इंतजाम किया जाय. मिलने वालों में नगर विधायक सुरेश शर्मा, वीणा देवी और भाजपा के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार उपस्थित थे.