इस बाबत अवतार सिंह ने कोटा कॉलोनी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें एसएन शर्मा के अलावा कोटा के तीन लोगों को आरोपित बनाया है. आरोपित एसएन शर्मा ब्रrापुरा थाना क्षेत्र के मेहंदी हसन चौक का रहने वाला है. उसकी राजस्थान कोटा के विश्वबंधु शर्मा, मुन्नी लाल वर्मा व कविता से पुरानी पहचान थी. अवतार सिंह को नौकरी की तलाश थी/
इसी क्रम में उसकी कविता व मुन्नी लाल वर्मा से पहचान हुआ. नौकरी को लेकर उसने दोनों को आपबीती सुनाई. इसके बाद उक्त लोगों ने एसएन शर्मा के बारे में बताया. उसे बताया कि वह दर्जनों शिक्षित बेरोजगार को रेलवे भरर्ती बोर्ड के माध्यम से पैसे लेकर नौकरी दिलाता है. इसके बाद एसएन शर्मा ने अवतार सिंह को मुजफ्फरपुर बुलाकर पैसों की मांग की. अवतार ने एसएन शर्मा के साले जय कुमार के एचडीएफसी व आइसीआइसीआइ बैंक झालावाड़ रोड शाखा में अलग-अलग तिथियों में 15 लाख रुपये जमा कराये, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली. इस पर जब अवतार ने आरोपितों से रुपये वापस करने को कहा तो उन्होंने देने से इनकार कर दिया.