क्या एइएस इलाज का यही पूर्ण प्रबंधन है : निशा
फोटो ::: दीपक 30- एइएस मरीजों के परिजन से बात कर चौंक गयीं बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष – सिविल सर्जन को दिया एइएस मरीज की दवा का पैसा लौटवाने का निर्देश संवाददाता, मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में एइएस का जायजा लेने पहुंचीं बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष निशा झा उस वक्त चौंक गयी, जब पीआइसीयू में […]
फोटो ::: दीपक 30- एइएस मरीजों के परिजन से बात कर चौंक गयीं बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष – सिविल सर्जन को दिया एइएस मरीज की दवा का पैसा लौटवाने का निर्देश संवाददाता, मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में एइएस का जायजा लेने पहुंचीं बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष निशा झा उस वक्त चौंक गयी, जब पीआइसीयू में भरती एक मरीज के परिजन को बाहर से दवा खरीदने के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने तुरंत इसे गंभीरता से लेते हुए वहां मौजूद सिविल सर्जन डॉ ज्ञान भूषण को सोमवार को मरीज का पैसा लौटवाने को कहा. बताया जाता है कि आयोग की अध्यक्ष ने पीआइसीयू वार्ड में भरती एइएस पीडि़त बच्चों को देखा. उनके परिजनों से बीमारी और इलाज के बारे में पूछा. इस क्रम में उन्होंने कुढ़नी थाना क्षेत्र के लदौरा के मरीज राजा कुमार के पिता हरिकिशोर महतो से बातचीत की. हरिकिशोर ने बताया कि वह दस-बारह दिनों से यहां भरती हैं. कई महंगी दवाइयां उन्हें बाहर से खरीद कर लानी पड़ी हैं. अबतक एक हजार की दवाइयां वे खरीद चुके हैं. ऐसी व्यवस्था पर निशा झा ने नाराजगी जतायी. उन्होंने सिविल सर्जन से पूछा कि एइएस की रोकथाम एवं इलाज के लिए यही पूर्ण प्रबंधन है. सिविल सर्जन संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये. बाद में आयोग की अध्यक्ष ने एइएस पर जागरूकता संबंधी कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था की सदस्यों एवं शोध कर रहे चिकित्सकों से भी पूछताछ की. उधर, मरीज की दवा का पैसा लौटवाने के संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन ने कहा कि एसकेएमसीएच प्रशासन से बातचीत की जायेगी.