मुजफ्फरपुर: गलत प्रमाण पत्र पर वर्ष 2008-2012 के दौरान ग्रामीण डाक सेवकों की बहाली मामले की फाइल सीबीआइ ने एक बार फिर खोल दी है. सीबीआइ ने एक साथ 16 जगहों पर छापेमारी की थी. इसमें कई महत्वपूर्ण फाइल हाथ लगी थी. बरामद सभी फाइलों को सीबीआइ अपने साथ पटना लेकर गयी थी. फाइलों की जांच के दौरान दरभंगा व सीतामढ़ी के छह पोस्ट मास्टर व ग्रामीण डाक सेवकों पर प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. उस वक्त कुछ फाइलों की जांच अधूरी रह गयी थी, जिन्हें फिर खोला गया है.
16 जगहों पर एक साथ पड़ा था छापा
14 जून को सीबीआइ ने 16 जगहों पर एक साथ छापेमारी की थी. मुजफ्फरपुर में छह जगहों पर छापा मारा गया था. डुमरा प्रधान डाक घर व दरभंगा में सहायक डाक अधीक्षक के रूप में तैनात नीरज कुमार के जीरोमाइल स्थित आवास व संजय सिनेमा रोड स्थित सेवानिवृत्त डाक अधीक्षक राम विनय शर्मा, भगवानपुर स्थित वैशाली जिले में तैनात सहायक डाक अधीक्षक राजीव कुमार के घर भी छापेमारी की थी.
वहीं, समस्तीपुर में तीन डाक निरीक्षक के घर पर छापेमारी हुई थी. पीएनटी कॉलोनी में रहने वाले डाक निरीक्षक शशिकांत, ताजपुर रोड के आजाद चौक के पास रहने वाले डाक निरीक्षक मुकेश लश्कर व सोनवर्षा चौक के पास रहने वाले पूर्व डाक निरीक्षक हिजबुल रहमान के यहां भी छापामारी की गयी थी.