पारू में प्रतिशोध में तीन की हत्या
पारू/मुजफ्फरपुर: प्रतिशोध की आग में एक परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गयी. मामला पारू थानाक्षेत्र के कर्णपुर भटौलिया का है, जहां के रहनेवाले शिवचंद्र राय पर आरोप है, उसने अपनी पत्नी की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी. इसकी सूचना उसके ससुरालवालों को मिली तो उन्होंने शिवचंद्र की जमकर पिटाई कर […]
पारू/मुजफ्फरपुर: प्रतिशोध की आग में एक परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गयी. मामला पारू थानाक्षेत्र के कर्णपुर भटौलिया का है, जहां के रहनेवाले शिवचंद्र राय पर आरोप है, उसने अपनी पत्नी की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी. इसकी सूचना उसके ससुरालवालों को मिली तो उन्होंने शिवचंद्र की जमकर पिटाई कर दी. इससे उसकी मौत हो गयी. इसी बीच शिवचंद्र की 70 वर्षीय मां एतवारी देवी की भी हत्या कर शव को आम के पेड़ पर लटका दिया गया. बताया जाता है, एतवारी की हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए ऐसा किया गया. पूरे प्रकरण में पारू थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह के प्रति लोगों में काफी आक्रोश है. लोग बरखास्तगी के साथ उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
लोगों का कहना है कि थानाध्यक्ष की लापरवाही के कारण शिवचंद्र व उसकी मां एतवारी देवी की हत्या हुई है. काफी देर तक लोग लटके शव के पास हंगामा करते रहे. लोगों का कहना था कि पुलिस की लापरवाही के कारण मां–बेटे की हत्या हुई है. लोगों ने पुलिस प्रशासन व थानाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी भी की. उनके आक्रोश को देखते हुए इंस्पेक्टर जीएन मंडल पारू, सरैया व देवरिया पुलिस के साथ घटनास्थलपर पहुंचे. उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, इसके बाद लोग शांत हुए. हालांकि, इस मामले की न्यायिक जांच किये जाने की बात सामने आयी है.
ससुराल वालों ने की थी पिटाई
शिवचंद्र ने शुक्रवार की रात अपनी पत्नी लालवती देवी की चाकू मार कर हत्या कर दी थी. बताते हैं कि कि शिवचंद्र जमीन बेच कर शराब पीने में पैसा खर्च करता था. इसका विरोध उसकी पत्नी करती थी. यही उसकी हत्या का कारण बना. शनिवार की शाम सात बजे कर्णपुर चौक पर उसके ससुराल वालों ने शिवचंद्र को घेर लिया व उसकी जम कर पिटाई कर दी. भगवानपुर सिंगा पंचायत के सरपंच महावीर पंडित ने शाम सवा सात बजे थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह के मोबाइल पर फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. इसके बाद सरपंच ने दूसरे दारोगा को फोन कर मामले की जानकारी दी.
पिटायी के 11 घंटे बाद भेजा अस्पताल
पुलिस ने शिवचंद्र की पिटायी के लगभग 11 घंटे बाद इलाज के लिए अस्पताल लेकर गयी. इस बीच उसकी हालत इतनी बिगड़ गयी कि वह कोमा में चला गया. एसकेएमसीएच के डॉ राजेश कुमार ने बताया कि सुबह करीब पांच बज कर 55 मिनट पर उसे इलाज के लिए पीएचसी में लाया गया था. उस समय वह कोमा में था. मेडिकल कॉलेज ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. मां–बेटे के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया. इसके लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया है.