इलाज को चौकस रहा सदर अस्पताल

मुजफ्फरपुर: स्टेशन पर करंट से झुलसे यात्रियों के सदर अस्पताल पहुंचते ही वहां के डॉक्टरों व कर्मचारियों ने इलाज शुरू किया. समय 4.15 का था, जब आरपीएफ के जवान ठेला से दो यात्रियों को लेकर अस्पताल पहुंचे. दोनों चीख-चिल्ला रहे थे. इसी बीच अस्पताल कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन पर जल्दी एबुंलेंस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2015 8:02 AM
मुजफ्फरपुर: स्टेशन पर करंट से झुलसे यात्रियों के सदर अस्पताल पहुंचते ही वहां के डॉक्टरों व कर्मचारियों ने इलाज शुरू किया. समय 4.15 का था, जब आरपीएफ के जवान ठेला से दो यात्रियों को लेकर अस्पताल पहुंचे. दोनों चीख-चिल्ला रहे थे. इसी बीच अस्पताल कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन पर जल्दी एबुंलेंस भेजें.

अभी आठ घायल और हैं. अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर मौजूद डॉ अभिषेक तिवारी ने दो एंबुलेंस स्टेशन रवाना की. स्टेशन पर बड़ी घटना की सूचना मिलते ही इमरजेंसी में पारा मेडिकल कर्मी जुट गये. पांच कर्मी दो घायलों के इलाज में जुट गये. डॉ तिवारी ने दोनों घायलों को देख स्लाइन चढ़ाने को कहा. करीब दस मिनट में ही एबुलेंस और घायलों को लेकर अस्पताल पहुंच गयी.

मरहम लगा रहे थे सिविल सजर्न
मुजफ्फरपुर. अन्य दिनों में सदर अस्पताल में इलाज की व्यवस्था भले ही सुस्त रहती हो, लेकिन जरूरत पड़ने पर यहां के डॉक्टर व कर्मीसेवा में कोई कसर नहीं छोड़ते. बुधवार को रेलवे स्टेशन पर करंट से झुलसे मरीजों का अस्पताल में आने का तांता शुरू हुआ तो डय़ूटी कर चुके डॉक्टर भी सदर अस्पताल पहुंच गये. अफरा-तफरी के बीच डॉक्टर व कर्मचारी हर काम खुद कर रहे थे. बस किसी तरह घायलों की जिंदगी बच जाये. सिविल सजर्न मरीजों का पुरजा बनाने के साथ घायलों को खुद मरहम भी लगा रहे थे. डॉक्टर के अलावा हर कर्मी सेवाभाव से जुटा था. इमरजेंसी के अलावा अन्य वार्ड के पारा मेडिकल स्टाफ भी मरीजों के इलाज में सहायता कर रहे थे. घायलों को इमरजेंसी में चिकित्सा करने में पवन कुमार, पीकू कुमार, राकेश कुमार, तारकेश्वर, कुमुनंदन झा, राजेश, विनय कुमार झा, गजेंद्र सिंह, एएनएम निकुंज कुमारी, सुमित्र यादव सहित एक दर्जन ट्रेनी एएनएम लगे रहे.

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