एइएस से चार और बच्चों की जान गयी

मुजफ्फरपुर. एइएस पीड़ित चार और बच्चों की बुधवार को मौत हो गयी. इनमें तीन की एसकेएमसीएच में व एक बच्चे की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई. मेडिकल में मंगलवार को भरती कराये गये अहियापुर थाना क्षेत्र के भीमराहा निवासी संजय प्रसाद के पुत्र चार वर्षीय पुत्र राजा बाबू व मीनापुर थाना क्षेत्र के चांदपरना निवासी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2015 8:07 AM
मुजफ्फरपुर. एइएस पीड़ित चार और बच्चों की बुधवार को मौत हो गयी. इनमें तीन की एसकेएमसीएच में व एक बच्चे की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई. मेडिकल में मंगलवार को भरती कराये गये अहियापुर थाना क्षेत्र के भीमराहा निवासी संजय प्रसाद के पुत्र चार वर्षीय पुत्र राजा बाबू व मीनापुर थाना क्षेत्र के चांदपरना निवासी विनोद कुमार शर्मा की चार वर्षीय पुत्री माला कुमारी की इलाज के क्रम में मौत हो गयी. माला को केजरीवाल से मेडिकल रेफर किया गया था.
जबकि मीनापुर के खेमाईपट्टी निवासी मो महमजान के पुत्र पांच वर्षीय मो जिशान की मौत भी बुधवार की शाम हो गयी. इसे सुबह में भरती कराया गया था. उधर, केजरीवाल में इलाजरत मोतिहारी निवासी रामप्रवेश के ढाई वर्षीय पुत्र सुजीत कुमार की भी इलाज के क्रम में मौत हो गयी. उसे बुधवार की दोपहर में भरती कराया गया था. इस तरह एइएस से अबतक 14 बच्चों की जान जा चुकी है. फिलहाल एसकेएमसीएच व केजरीवाल में चार-चार एइएस पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है.
इलाज में देरी से गयी जान
एइएस से पीड़ित चार वर्षीय माला कुमारी की मौत डॉक्टरों के तुरंत इलाज नहीं करने के कारण बुधवार को एसकेएमसीएच में हो गयी. बुधवार की दोपहर जब बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उसके पिता विनोद कुमार डॉक्टर को बुलाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. एइएस वार्ड में कोई डॉक्टर नहीं होने के कारण उन्होंने एइएस वार्ड में डय़ूटी चार्ट देखकर डॉक्टर को फोन किया. डॉक्टर ने कहा कि अभी हम जाम में हैं. उसके बाद उन्होंने रजिस्टर पर कॉल लिख कर इमरजेंसी भेजा. बच्ची के पिता विनोद ने यहां पटना एम्स से रिसर्च के लिए आये डॉक्टर रमेश चंद्र मिश्र से बच्ची को देख लेने की विनती की, लेकिन उन्होंने कहा कि यह मेरा काम नहीं है. प्रोटोकॉल के तहत यहां के डॉक्टर ही उसका इलाज कर सकते हैं. इस प्रक्रिया में आधा घंटा से अधिक समय बीत गया. इसी बीच बच्ची चल बसी. बच्ची का मौत के बाद पीआइसीयू के बाहर परिजनों ने हंगामा किया. हालांकि सुरक्षा गार्ड ने परिजनों को समझा-बुझा कर वापस कर दिया. एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने इस मामले में अनभिज्ञता जतायी. उन्होंने कहा कि वे इसकी जांच करेंगे.
झाड़-फूंक के बाद गयी बच्चे की जान
एसकेएमसीएच के पीयूसीआइ में भरती अहियापुर के संजय प्रसाद के चार वर्षीय पुत्र राजा बाबू की जान झाड़-फूंक के बाद गयी. बच्चे की चाची मंगलवार की देर रात बच्चे का झाड़-फूंक कर रही थी. डय़ूटी पर तैनात नर्स ने जब देखा कि वह बच्चे की झाड़-फूंक कर रही है तो उसे पीयूसीआइ से बाहर निकाला. इसके कुछ देर बाद ही बच्चे की मौत हो गयी.

Next Article

Exit mobile version