शव देख भड़कीं महिलाएं, एसडीओ को खदेड़ा

मुजफ्फरपुर: पोस्टमार्टम के बाद दीपक का शव जैसे ही उसके घर पांडेय गली पहुंचा. वहां मौजूद महिलाएं व अन्य लोग भड़क उठे. ये लोग बस चालक व स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतर गये. इनमें ज्यादातर महिलाएं थी, जो अपने हाथों में झाड़ू व डंडे लिये थीं. महिलाओं ने मोतीझील […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 6:46 AM

मुजफ्फरपुर: पोस्टमार्टम के बाद दीपक का शव जैसे ही उसके घर पांडेय गली पहुंचा. वहां मौजूद महिलाएं व अन्य लोग भड़क उठे. ये लोग बस चालक व स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतर गये. इनमें ज्यादातर महिलाएं थी, जो अपने हाथों में झाड़ू व डंडे लिये थीं.

महिलाओं ने मोतीझील में सड़क जाम कर दिया. इधर, जानकारी मिलते ही एसपी पूर्वी सुनील कुमार मौके पर पहुंच गये. इसके बाद सिटी एसपी भी पहुंचे, लेकिन इन लोगों को महिलाओं को आक्रोश का सामना करना पड़ा. महिलाओं ने एसडीओ सुनील कुमार को कई बार खदेड़ने की कोशिश की, वो झाड़ लेकर उनकी ओर दौड़ रही थीं.
आसपास के लोगों ने ही महिलाओं को समझा-बुझा कर शांत कराया. आक्रोशित लोग वरीय अधिकारियों से लिखित कार्रवाई का आश्वासन चाह रहे थे. मौके पर पार्षद टुल्लू राय व शीतल गुप्ता भी मौजूद थे. लोगों का कहना था कि मिठनपुरा में जब शांतिपूर्वक लोग एकत्रित थे, तो उन पर लाठी चार्ज क्यों किया गया. वे बार-बार दोषी लोगों पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे. साथ ही दीपक के परिजनों को सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग भी हो रही थी.
दो साल पूर्व हुई थी शादी
दीपक की शादी दो साल पूर्व समस्तीपुर में हुई थी. वह एक बेटी का पिता है. उसकी मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. उसकी पत्नी शव से लिपट कर बार-बार रो रही थी. मोहल्ले के लोग उसकी मौत से दुखी हैं. इनका कहना था कि बाइस साल का दीपक काफी मिलनसार था.
मोबाइल से मिली सूचना
दीपक के पिता का कहना था कि घटना के बाद मौके पर से उसी के मोबाइल से सूचना दी गयी. वे लोग भाग कर मिठनपुरा चौक पहुंचे. वहां देखा कि वह खून से लथपथ पड़ा हुआ है. दीपक दो भाई है.
सिटी एसपी के ‘तुम’ पर भड़के लोग
आक्रोशित भीड़ को खदेड़ने पर लोग सिटी एसपी पर भड़क गये. सैकड़ों लोग की भीड़ पुलिस को देख भागने लगी. तीन-चार लोग बीच सड़क पर बिखरे शीशे पर गिर गये, जिससे वह जख्मी हो गये. पुलिस की इस कार्रवाई पर सिटी एसपी को लोगों ने घेर लिया. उनसे उलझ गये. एक अधेड़ का कहना था कि सिटी एसपी उनलोगों से तुम-तुम कह कर बात कर रहे हैं. उन्हें बातचीत का तरीका नहीं आता है. हालांकि मौके पर मौजूद अब्दुल माजिद, रियाज अंसारी व शाहिद इकबाल मुन्ना ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. लोगों का कहना था कि उनलोगों पर लाठी चार्ज किया गया है. सिटी एसपी का कहना था कि ऐसा नहीं है. उनके पहुंचते ही खुद से लोग भागने लगे. पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार का बल प्रयोग नहीं हुआ है.
नहीं पहुंची बेला पुलिस
बस दुर्घटना के बाद हुए बवाल की सूचना मिलने के बाद भी बेला पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, जबकि घटनास्थल से बेला थाना की दूरी महज दो सौ मीटर दूर है. एक तरफ मामले को नियंत्रित करने में मिठनपुरा पुलिस के पसीने छूट रहे थे. थानाध्यक्ष सहित दो जमादार आक्रोशित भीड़ को समझाने में जुटे थे. बताया जाता है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद नगर थाने की गश्ती को भेजा गया था. लेकिन जाम में फंस जाने से पुलिस टीम समय से नहीं पहुंच पायी. वही काजीमोहम्मदपुर व सदर थाने की पुलिस सीएम डयूटी में तैनात थे.

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