अल्लाह की इबादत में जुटे नन्हें रोजेदार
फोटो सिटी में नन्हें रोजेदार के नाम सेमाता-पिता के साथ रोजा रख रहे कई बच्चे, रोजे के नियमों के अनुसार कर रहे इबादतमुजफ्फरपुर : पवित्र माह रमजान में अल्लाह की इबादत करने में बच्चे भी पीछे नहीं है. पहले रोजे की शुरुआत के साथ ही वे अपने अभिभावकों के साथ रोजा रख रहे हैं. माता-पिता […]
फोटो सिटी में नन्हें रोजेदार के नाम सेमाता-पिता के साथ रोजा रख रहे कई बच्चे, रोजे के नियमों के अनुसार कर रहे इबादतमुजफ्फरपुर : पवित्र माह रमजान में अल्लाह की इबादत करने में बच्चे भी पीछे नहीं है. पहले रोजे की शुरुआत के साथ ही वे अपने अभिभावकों के साथ रोजा रख रहे हैं. माता-पिता के समझाने के बाद भी बच्चे दिन भर भूखे रह कर अल्लाह की इबादत में जुटे हैं. पहले रोजा के बाद अभिभावकों ने कहा कि बच्चों ने उनके साथ रोजा रखा. पूरा दिन रोजे के नियमों के अनुसार ही बिताया. यहां हम नन्हें राजेदारों से बातचीत को प्रस्तुत कर रहे हैं.एमआर नक्शी : शिक्षक व शायर एमआर चिश्ती के पुत्र आठ वर्षीय एम आर नक्शी ने पहला दिन का रोजा माता पिता के साथ रखा. नक्शी ने बताया कि पिछले वर्ष भी उसने रोजा रखा था. उसे रोजा रखने में कोई परेशानी नहीं होती. पापा कहते हैं कि रोजा रखने पर अल्लाह खुश होता है. वह सबका ख्याल रखता है. इसलिए मैं सब लोगों के साथ रोजा रखता हूं. मैं पूरे महीने रोजा रखूंगा. मुझे कोई परेशानी नहीं होती.मो मकसूद : 12 वर्षीय मो मकसूद ने इस बार भी रोजा रखा है. मो खुर्शीद आलम के पुत्र मकसूद कहते हैं कि उन्हें रोजा रखने में अच्छा लगता है. गरमी में अल्लाह रोजा रखने वाले को बहुत पसंद करता है. रोजा रखने से अल्लाह उन्हें अक्लमंद बनायेगा. मकसूद कहते हैं कि वे पूरे रमजान रोजा रखेंगे. रोजा रखने में उनके माता-पिता भी सहयोग करते हैं.