30 लाख के लिए डीएओ व पीडी आमने-सामने
मुजफ्फरपुर: चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला के लिए सरकार से मिले 30 लाख रुपये की वापसी के लिए जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार व आत्मा के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार आमने- सामने आ गये हैं. आत्मा इस प्रयोगशाला की राशि डीएओ से मांग रहा है. वहीं, डीएओ का कहना है कि विभाग ने आत्मा को राष्ट्रीय […]
मुजफ्फरपुर: चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला के लिए सरकार से मिले 30 लाख रुपये की वापसी के लिए जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार व आत्मा के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार आमने- सामने आ गये हैं. आत्मा इस प्रयोगशाला की राशि डीएओ से मांग रहा है. वहीं, डीएओ का कहना है कि विभाग ने आत्मा को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के एकमुश्त तीन करोड़ 52 लाख 30 हजार रुपये लौटा दिया गया है. इसी में चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला की राशि भी शामिल है.
आत्मा के पीडी अरविंद कुमार के अनुसार, नेशनल प्रोजेक्ट ऑन मैनेजमेंट ऑफ स्वायल हेल्थ फर्टिलिटी (एनपीएमएसएचएफ) वर्ष 2009-10 में मोबाइल स्वायल टेस्टिंग लैब (एमएसटीएल) वैन के लिए सरकार ने 30 लाख रुपये उपलब्ध कराये थे. 21 जून 2011 को एमएसटीएल वैन के लिए सरकार से मिले 30 लाख रुपये जिला कृषि कार्यालय को उपलब्ध करा दिया गया. इस बीच 2013-14 में पैसा खर्च करने को लेकर कृषि विभाग के नियम बदल गये. इसके बाद जिला कृषि विभाग ने 26 सितंबर 2014 को आत्मा को तीन करोड़ 52 लाख रुपये व इसकी सूद की राशि दो लाख 56 हजार रुपये इस कार्यालय को वापस कर दिया. लेकिन, कृषि विभाग ने जिक्र नहीं किया कि किस योजना अंतर्गत कितनी राशि वापस की गयी है. यही से विवाद उत्पन्न हो गया है.
इधर, जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने कहा, मोबाइल वैन का 30 लाख रुपये आत्मा को लौटा दिया गया है. आत्मा के पीडी को बुलाकर पैसे का पूरा विवरण दे दिया गया है. लेकिन, आत्मा को समझ नहीं आ रहा है तो इसमें कोई क्या कर सकता है?