नयी शिक्षा नीति पर यूजीसी ने मांगे सुझाव
मुजफ्फरपुर: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय इन दिनों उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए नयी शिक्षा नीति बनाने की कवायद में जुटी है. इसका मकसद शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व शोध के अवसर उपलब्ध कराना है. इसके लिए देश के सभी विश्वविद्यालयों को पीजी विभागों, अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में ट्रायल के […]
इसका मकसद शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व शोध के अवसर उपलब्ध कराना है. इसके लिए देश के सभी विश्वविद्यालयों को पीजी विभागों, अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में ट्रायल के रू प में 22 थीम को लागू करने का निर्देश दिया गया है. इसमें कौशल विकास, तकनीक का अधिकाधिक उपयोग, समाज के साथ उच्च शिक्षा को जोड़ना, स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देना, प्राइवेट सेक्टर के साथ गंठजोड़, शिक्षण संस्थानों का उद्योग के साथ जोड़ना, नये विषयों का चयन कर उसे बढ़ावा देना, शिक्षण संस्थानों का समय-समय पर मूल्यांकन जैसे विषय शामिल हैं.
यूजीसी के सचिव डॉ जसपाल एस संधु ने इस संबंध में बीआरए बिहार विवि के कुलपति डॉ पंडित पलांडे को भी पत्र लिखा है. साथ ही निर्देश दिया है कि इन विषयों को लागू कर 24 जुलाई तक अपनी अंतरिम रिपोर्ट आयोग को सौंपे, ताकि उसे केंद्र सरकार को उपलब्ध कराया जा सके. विश्वविद्यालयों से प्राप्त सुझाव के आधार पर ही नयी शिक्षा नीति के निर्माण की योजना है.