जजर्र भवन में नहीं चलेंगे स्कूल

मुजफ्फरपुर: अब पुराने भवनों में प्रारंभिक विद्यालय नहीं चलेंगे. शिक्षा विभाग ने 203 जजर्र स्कूलों को चिह्न्ति किया है, जहां के भवन में बच्चे नहीं पढ़ सकते हैं. इन स्कूलों में वर्ग संचालन सुरक्षा के ख्याल से खतरनाक है. डीइओ मुस्तफा हसन मंसूरी ने सोमवार को बीइपी, गौशाला रोड में समीक्षा की. इस दौरान डीपीओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2013 11:03 AM

मुजफ्फरपुर: अब पुराने भवनों में प्रारंभिक विद्यालय नहीं चलेंगे. शिक्षा विभाग ने 203 जजर्र स्कूलों को चिह्न्ति किया है, जहां के भवन में बच्चे नहीं पढ़ सकते हैं. इन स्कूलों में वर्ग संचालन सुरक्षा के ख्याल से खतरनाक है. डीइओ मुस्तफा हसन मंसूरी ने सोमवार को बीइपी, गौशाला रोड में समीक्षा की. इस दौरान डीपीओ एसएसए जियाउल होदा खां व कई बीइओ मौजूद थे. डीइओ ने समीक्षा के दौरान करीब डेढ़ दर्जन बिंदुओं पर बीइओ से प्रतिवेदन मांगा है. डीइओ ने बीइओ से कहा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा. जजर्र भवन में विद्यालय नहीं चलेंगे. विद्यालय में भवन के कारण कोई घटना घटती है तो सीधे शिक्षक दोषी होंगे. उन्हें निलंबित कर दिया जायेगा.

90 निजी विद्यालयों को मिली स्वीकृति : बीइओ की रिपोर्ट पर विभाग ने 90 निजी विद्यालयों की स्वीकृति दी है. यह प्रस्वीकृति वर्ष 2013 में मिली है. वहीं, अप्रशिक्षित शिक्षकों की अपडेट लिस्ट बीइओ ने नहीं सौंपी है. पोशाक राशि 2013-14 का मांग पत्र भी नहीं मिला है. इसके साथ 2012-13 का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी नहीं मिला है. बालिकाओं के हुनर योजना अंतर्गत आवेदन की जानकारी भी सभी प्रखंडों ने नहीं दी है. डीइओ ने काफी नाराजगी जतायी. सात अक्तूबर को सभी रिपोर्ट के साथ मौजूद होने को कहा है. वर्ग एक व दो के लिए पूर्णकालिक शिक्षक का अपडेट लिस्ट भी विभाग को नहीं मिला है. 20 अक्तूबर तक मांग की गई है.

शिक्षा दिवस पर सम्मानित होंगे विद्यालय : एक प्रखंड से टॉप दो स्कूलों को 11 नवंबर को शिक्षा दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा. ऐसे स्कूलों की जानकारी भी अभी तक नहीं मिली है. बीआरसीसी के कार्यो की समीक्षा के लिए डायट रामबाग में चार अक्तूबर को बैठक होगी. यहां छात्र प्रगति पत्रक, विद्यालय प्रगति पत्रक, शिक्षक प्रगति पत्रक, शिक्षक साथी मार्गदर्शिका वितरण समीक्षा की गई. बैठक में कटरा, कुढ़नी व सकरा बीइओ अनुपस्थित थे. इनके कोई प्रतिनिधि भी नहीं थे. औराई-2 व कांटी के बीइओ विलंब से पहुंचे थे. इस कारण पांच बीइओ से स्पष्टीकरण हुआ है.

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