जाली नोट व हथियार का डीलर है अख्तर अंसारी
मुजफ्फरपुर : पाकिस्तानी आइएसआइ एजेंट अख्तर अंसारी उत्तर बिहार में न सिर्फ आइएसआइ की गतिविधियों की संचालन करता है बल्कि वह पाकिस्तान व बंगलादेश से जाली नोटों का खेप भी भारतीय सीमा में पहुंचाने का काम करता है. खासकर उत्तर बिहार को वह अपना मुख्य केंद्र बनाया हुआ है. हथियारों का डीलर होने के कारण […]
मुजफ्फरपुर : पाकिस्तानी आइएसआइ एजेंट अख्तर अंसारी उत्तर बिहार में न सिर्फ आइएसआइ की गतिविधियों की संचालन करता है बल्कि वह पाकिस्तान व बंगलादेश से जाली नोटों का खेप भी भारतीय सीमा में पहुंचाने का काम करता है. खासकर उत्तर बिहार को वह अपना मुख्य केंद्र बनाया हुआ है. हथियारों का डीलर होने के कारण वह माओवादियों को पहले से ही हथियार उपलब्ध कराता आ रहा है.
हथियार सप्लाइ के करने के साथ ही अख्तर नक्सलियों से अपना संबंध भी घनिष्ठ बना लिया है. अब वह नक्सलियों के साथ मिल आइएसआइ की गतिविधियों को तेज करने में जुट गया है.
नक्सलियों के साथ मिल कर कोई बड़ी विध्वंसक घटना को अंजाम दे सकता है. जाली नोट का वह बड़ा डीलर माना जा रहा है. वर्षो से भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने के लिए जाली नोटों का खेप पहुंचाने में जुटा है. कई खुफिया एजेंसी अख्तर अंसारी की गिरफ्तारी को लेकर प्रयासरत है. फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिली है.
हालांकि, अख्तर का भाई जाली मियां को काफी पहले गिरफ्तार कर चुकी है. नेपाल को अपना मुख्य केंद्र बना वह भारतीय सीमा के माध्यम से नोट व हथियार पहुंचाने का काम कर रहा है. खुफिया एजेंसियों की माने तो जिस प्रकार चीन नागालैंड, मिजोरम व नॉर्थ इस्ट के इलाके के उग्रवादियों को हथियार सप्लाइ करता है. उसी तरह पाकिस्तानी एजेंसी आइएसआइ भी भारत में उग्रवाद व नक्सल गतिविधियों से जुड़े लोगों को हथियार पहुंचा रहा है.