आपदा से बचने के लिए सामुदायिक पहल जरूरी

मुजफ्फरपुर: प्राकृतिक आपदा मानव निर्मित आपदा है. मनुष्य अपनी सुख-सुविधा के लिए प्रकृति का अत्याधिक दोहन कर रहा है. यही कारण है कि बाढ़, सुखाड़, भूकंप, भू-स्खलन जैसी आपदा समय-समय पर आती रहती है. यह बातें मध्यप्रदेश सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ सौरभ कुमार ने कही. वे शनिवार को नीतीश्वर कॉलेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2015 8:42 AM
मुजफ्फरपुर: प्राकृतिक आपदा मानव निर्मित आपदा है. मनुष्य अपनी सुख-सुविधा के लिए प्रकृति का अत्याधिक दोहन कर रहा है. यही कारण है कि बाढ़, सुखाड़, भूकंप, भू-स्खलन जैसी आपदा समय-समय पर आती रहती है. यह बातें मध्यप्रदेश सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ सौरभ कुमार ने कही. वे शनिवार को नीतीश्वर कॉलेज स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग में आयोजित व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रू प में बोल रहे थे. विषय था, समाज व आपदा प्रबंधन.
उन्होंने कहा, प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए सामुदायिक पहल की जरू रत है. इसके लिए समाज से लोगों को चुन कर एक टीम बनाना व उन्हें प्रशिक्षित करना होगा. विशेष आपदा के लिए विशेष टीम बनाने की जरू रत है. उन्होंने कहा, आपदा के बाद बचाव की तैयारी करने से बेहतर, आपदा को रोकने के लिए तैयारी करना है.
विषय प्रवेश व स्वागत विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ कामेश्वर सिंह ने किया. मौके पर डॉ विभूति भूषण सिंह, डॉ रणवीर कुमार, डॉ सुबोध कुमार सुमन, डॉ ललन प्रसाद सिंह, आशा कुमारी, प्रकाश केशव सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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