छेड़खानी के विरोध में छात्र पर चाकू से किया हमला,बवाल
मुजफ्फरपुर: नगर थाने के गोला बांध रोड में छेड़खानी का विरोध करने पर मेडिकल की तैयारी कर रही छात्र सोनी (काल्पनिक नाम) पर चाकू से हमला किया गया. हमले का आरोपित युवती के पिता का व्यावसायिक पार्टनर बताया जाता है, हालांकि उसने हमले से इनकार किया और कहा कि बाहर के किसी व्यक्ति ने हमला […]
मुजफ्फरपुर: नगर थाने के गोला बांध रोड में छेड़खानी का विरोध करने पर मेडिकल की तैयारी कर रही छात्र सोनी (काल्पनिक नाम) पर चाकू से हमला किया गया. हमले का आरोपित युवती के पिता का व्यावसायिक पार्टनर बताया जाता है, हालांकि उसने हमले से इनकार किया और कहा कि बाहर के किसी व्यक्ति ने हमला किया.
वहीं, घटना के बाद आसपास के लोगों ने उक्त युवक को घर में बंद कर दिया. लगभग साढ़े पांच घंटे के बवाल के बाद पुलिस उसे मौके से निकाल सकी. इस दौरान लोगों ने आरोपित युवक की जमकर पिटाई कर दी. गुस्साये लोग युवक से बदला लेना चाहते थे, जिसे बचाने के चक्कर में नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इधर, युवती को गले, पेट समेत शरीर में छह जगह चाकू लगा है, जिसका जूरन छपरा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक 17 साल की सोनी ने इसी साल इंटर पास किया है. वो शहर से एक इंस्टीट्यूट से मेडिकल की तैयारी कर रही है. सोमवार को दोपहर में वो घर पर अकेली थी. इसी दौरान उसके पिता का बिजनेस पार्टर अजरुन उर्फ विक्की (24) उसके घर पहुंचा. विक्की लक्ष्ी चौक इलाके का रहनेवाला है और सोनी के पिता के कहने पर आया था, लेकिन उस समय सोनी के पिता पुरानी बाजार किसी काम से गये थे. परचित होने के कारण सोनी ने विक्की को घर के बाहर वाले कमरे में बैठाया और नमकीन-बिस्कुट दिया. इसके बाद चाय बनाने के लिए किचेन में चली गयी.
बताया जाता है कि इसी बीच विक्की किचेन में पहुंचा और सोनी के साथ छेड़-छाड़ करने लगा, जिसका सोनी ने विरोध किया. इसके बाद विक्की ने सोनी पर चाकू से हमला कर दिया. उसके चेहरे, गरदन के बाद पेट पर कई वार किये. हमले की वजह से सोनी चिल्लाने लगी और घर से बाहर की ओर भागी. सोनी की आवाज सुन कर आस-पास के लोग भी मौके पर पहुंच गये, तो उन्हें माजरा समझते ज्यादा देर नहीं लगी. इसी बीच बताते हैं कि सोनी के पिता भी मौके पर पहुंच गये.
बताया जाता है कि जब सोनी के पिता घर पर पहुंचे, तो वह अचेत होकर पड़ी हुई थी. स्थानीय लोगों की मदद से विक्की को एक कमरे में बंद कर दिया गया, ताकि वो भाग नहीं सके. सोनी को इलाज के लिए जूरन छपरा से निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज शुरू हुआ. इस बीच पुलिस को सूचना दी गयी. बताते हैं कि सोनी पर हमले से मोहल्ले के लोग नाराज थे. वो लगातार ये कह रहे थे कि घर से विक्की को निकाल कर वैसा ही हाल करना चाहते हैं, जैसा उसने सोनी का किया है.
बताते है कि बारिश के बाद भी आसपास के दर्जनों की संख्या में लोग सोनी के घर के सामने जुटे थे, जबकि उस समय बारिश हो रही थी. पुलिस मोहल्ले के लोगों को समझाने में जुटी थी. इसी बीच स्थानीय वार्ड पार्षद व नेता मौके पर पहुंच गये. उन्होंने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. शाम साढ़े सात बजे के आसपास मोहल्ले के लोगों ने पुलिसवालों से कहा कि वो विक्की को ले जा सकते हैं, वो विरोध नहीं करेंगे.
बताया जाता है कि नगर थानाध्यक्ष जैसे ही घर से विक्की को लेकर निकले और कुछ दूर आगे बढ़े गुस्साये लोगों ने हमला बोल दिया. लोग विक्की की पिटाई करने लगे. वो पुलिसवालों से उसे छीन लेना चाहते थे. विक्की को बचाने के चक्कर में नगर थानाध्यक्ष तीन बार जमीन पर गिर गये. विक्की को बचाने के चक्कर में उन्हें स्थानीय लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. इस दौरान नगर थानाध्यक्ष की वरदी पर खून लग गया, लेकिन अन्य पुलिसवालों के साथ विक्की को साथ ले जाने में कामयाब रहे. उन्होंने मोहल्ले के लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया. वहीं, सोनी के पिता का कहना था कि विक्की हमला नहीं कर सकता, वो तक तक इसको सही नहीं मानेंगे, जब तक सोनी उनसे नहीं कह देती है.