रुचि नहीं तो बंद होंगे कोर्स

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में अब छात्रों की रुचि के आधार पर कोर्स चलेंगे. बीते तीन सालों से यदि कॉलेजों के किसी खास विषय में लगातार दस से कम सीटों पर नामांकन हो रहा है, तो उसे बंद भी किया जा सकता है. मंगलवार को नामांकन समिति ने इस पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2015 7:29 AM
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में अब छात्रों की रुचि के आधार पर कोर्स चलेंगे. बीते तीन सालों से यदि कॉलेजों के किसी खास विषय में लगातार दस से कम सीटों पर नामांकन हो रहा है, तो उसे बंद भी किया जा सकता है. मंगलवार को नामांकन समिति ने इस पर मुहर लगा दी है.
अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह फैसला यूजीसी के निर्देश के आधार पर लिया गया है. है. यदि यह फैसला लागू होता है तो कई कॉलेजों में चल रहे मैथिली, भोजपुरी, संस्कृत, परसियन जैसे कोर्स बंद हो जायेंगे.

हालांकि इसे लागू करने से पूर्व एकेडमिक कौंसिल, सिंडिकेट व सीनेट की मंजूरी भी लेनी होगी. डेढ़ दर्जन कॉलेजों में स्नातक की सीट बढ़ाने का प्रस्ताव पर भी फिलहाल सहमति नहीं बनी है. नामांकन समिति ने इसके लिए पहले कॉलेजों में उपलब्ध सुविधाओं की जांच कराने का फैसला लिया है. इसके लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. प्रतिकुलपति डॉ प्रभा किरण इसकी अध्यक्ष होंगी. वहीं अध्यक्ष छात्र कल्याण इसके संयोजक होंगे. अन्य सदस्यों को विज्ञान के डीन डॉ अमरेंद्र नारायण यादव, कॉमर्स के डीन डॉ रघुनंदन प्रसाद सिंह, मैनेजमेंट के डीन डॉ रामचंद्र सिंह, सामाजिक विज्ञान के डीन डॉ एनपी चौधरी व मानवीकी के डीन डॉ केएस झा शामिल हैं.

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