अंधेरे में समय काट रहे पारू व सरैया के 75 हजार उपभोक्ता
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर/ सरैया वैशाली ग्रिड से बिजली आपूर्ति में अनियमितता के कारण पारू व सरैया प्रखंड के करीब 75 हजार उपभोक्ता अंधेरे में समय काट रहे हैं. इसके बाद सैकड़ों की संख्या में छोटा कारोबार भी प्रभावित है. तीन दिनों में तीन घंटे भी सही से लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. नॉर्थ […]
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर/ सरैया वैशाली ग्रिड से बिजली आपूर्ति में अनियमितता के कारण पारू व सरैया प्रखंड के करीब 75 हजार उपभोक्ता अंधेरे में समय काट रहे हैं. इसके बाद सैकड़ों की संख्या में छोटा कारोबार भी प्रभावित है. तीन दिनों में तीन घंटे भी सही से लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड इस मामले में ध्यान नहीं दे रही है. उपभोक्ताओं का आरोप है कि वैशाली ग्रिड से बखरा पीएसएस को कम बिजली मिलती है. इसलिए बखरा को पांच मेगावाट बिजली से काम चलाना पड़ रहा है. वैशाली ग्रिड से बेलसर व वैशाली 33 केवी फीडर को 11 मेगावाट बिजली आपूर्ति होती है. इसके बाद लालगंज फीडर को भी लगातार बिजली की आपूर्ति होती है. लेकिन बखरा फीडर को पांच मेगावाट से भी कम बिजली दी जाती है. सबसे कम बिजली जैतपुर फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं को दी जाती है. लोगों का कहना है कि बखरा व पारू 33 केवी फीडर के साथ बिजली आपूर्ति में अन्याय किया जाता है. अधिक बिजली वैशाली जिला अंतर्गत आने वाले फीडरों को ही दी जाती है. वैशाली ग्रिड की क्षमता 28 मेगावाट है. यहां 20 एमवीए के दो ट्रांसफॉर्मर लगे हैं. ग्रिड सूत्रों का कहना है कि इस ट्रांसफॉर्मर से काम चलाना मुश्किल है. 50 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर चाहिए. रविवार की रात 15 मेगावाट बिजली मिली.